२. परन्तु ब्रिटिश काल में हमारी आर्यभावना को ग्रहण लग गया । ब्रिटीशों ने अत्याचार, लूट और शिक्षा के माध्यम से हमें उनके अधीन कर दिया और हम आर्य प्रजा हीनताबोध से ग्रस्त हो गए । उसमें भी शिक्षा ही मुख्य साधन था । अत्याचारों का तो हम प्रतिकार कर लेते परन्तु शिक्षा के द्वारा बदला हुआ मानस आज भी हमें गुलामी से मुक्त नहीं होने देता है । | २. परन्तु ब्रिटिश काल में हमारी आर्यभावना को ग्रहण लग गया । ब्रिटीशों ने अत्याचार, लूट और शिक्षा के माध्यम से हमें उनके अधीन कर दिया और हम आर्य प्रजा हीनताबोध से ग्रस्त हो गए । उसमें भी शिक्षा ही मुख्य साधन था । अत्याचारों का तो हम प्रतिकार कर लेते परन्तु शिक्षा के द्वारा बदला हुआ मानस आज भी हमें गुलामी से मुक्त नहीं होने देता है । |