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=== नागपुर ===
 
=== नागपुर ===
 
नागपुर प्रसिद्ध भोंसले शासकों की राजधानी रहा है। स्वतंत्रता आन्दोलन के दौरान डा. बालकृष्ण मुंजे, वीर सावरकर, लोकमान्य तिलक और गोपाल कृष्ण गोखले का कार्य-क्षेत्र बनने का श्रेय भी इस नगर को हुआ। सन् १९२५ (विजया दशमी सं. १९८२ वि) में यहीं पर संघ कार्य का श्रीगणेश हुआ।भोंसले राजाओं का सीतावड़ीं नामक किला तथा डॉक्टर हेडगेवार और श्रीगुरुजी की समाधियाँ यहाँ के प्रमुख स्थान हैं। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ का केन्द्रीय कार्यालय (मुख्यालय) भी यहीं है।  
 
नागपुर प्रसिद्ध भोंसले शासकों की राजधानी रहा है। स्वतंत्रता आन्दोलन के दौरान डा. बालकृष्ण मुंजे, वीर सावरकर, लोकमान्य तिलक और गोपाल कृष्ण गोखले का कार्य-क्षेत्र बनने का श्रेय भी इस नगर को हुआ। सन् १९२५ (विजया दशमी सं. १९८२ वि) में यहीं पर संघ कार्य का श्रीगणेश हुआ।भोंसले राजाओं का सीतावड़ीं नामक किला तथा डॉक्टर हेडगेवार और श्रीगुरुजी की समाधियाँ यहाँ के प्रमुख स्थान हैं। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ का केन्द्रीय कार्यालय (मुख्यालय) भी यहीं है।  
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=== वाशिम (अकोला) ===
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ज्योतिष व खगोल शास्त्र का अध्ययन करने की दृष्टि से वाशिम उपयुक्त स्थान है।भारत कीअक्षांश व देशान्तर रेखा-गणना का यह केन्द्र बिन्दु है।इसी कारण इसका एक नाम मध्यमेश्वर है। यहाँ पर वत्स ऋषि का आश्रम था,अत: इसका प्राचीन नाम वत्स गुल्म है। बस्ती के बाहर एक पवित्र सरोवर व बालाजी का मन्दिर है। दूर-दूर से तीर्थयात्री यहाँ स्नान व दर्शन के लिए आते हैं।
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=== नाशिक ===
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गोदावरी-तट पर स्थित नासिक हिन्दुओं का अति पवित्र स्थान है। प्रति बारहवें वर्ष यहाँ कुंभ का आयोजन किया जाता है। बृहस्पति के सिंह राशि में आने पर कुंभपर्व का प्रावधान है। गोदावरी के एक तट पर नासिक का मुख्य भाग अवस्थित है और दूसरे तट पर पंचवटी विराजित है। पंचवटी वह पवित्र स्थान है जहाँ वनवास के उत्तरार्ध में श्री राम ने सीता व लक्ष्मण के साथ निवास किया था। आसपास अनेक मन्दिर और पवित्र स्थान हैं।
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=== रांची ===
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बौद्ध मतावलम्बियों का प्रमुख तीर्थ-स्थान है। यहाँ परभगवान बुद्ध के समय बने विहार विद्यमान हैं। गोलाकार छत वाले कई स्तूप यहाँ हैं। यहाँ के स्तूप कलात्मक दृष्टि से बेजोड़ हैं। सबसे ऊँचा स्तूप ४२ फुट का है। इसमें भगवान् बुद्ध के प्रथम अनुयायी की अस्थियाँ रखी हैं। विश्वभर के बौद्ध यहाँ यात्रा व दर्शन के लिए आते हैं।
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=== विदिशा ===
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प्राचीन काल की समृद्ध नगरी। अनेक पुराने भवनों के अवशेष आज  भी इसकी कहानी कहते हैं।
    
==References==
 
==References==
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