१७. बुद्धि का कार्य है विवेक । घटना, स्थिति, पदार्थ को उसके यथार्थ रूप में जानना ही विवेक है । परन्तु बुद्धि का अधिष्ठान है चिति और आलम्बन है जीवन दृष्टि । चिति देश का स्वभाव है और जीवनदृष्टि उसका बौद्धिक रूप । आज देश के स्वभाव ओर जीवनदृष्टि में विच्छेदू हो गया है इसलिये हम यथार्थबोध प्राप्त नहीं करते हैं । | १७. बुद्धि का कार्य है विवेक । घटना, स्थिति, पदार्थ को उसके यथार्थ रूप में जानना ही विवेक है । परन्तु बुद्धि का अधिष्ठान है चिति और आलम्बन है जीवन दृष्टि । चिति देश का स्वभाव है और जीवनदृष्टि उसका बौद्धिक रूप । आज देश के स्वभाव ओर जीवनदृष्टि में विच्छेदू हो गया है इसलिये हम यथार्थबोध प्राप्त नहीं करते हैं । |