१५. वातानुकूलित वाहनों में यात्रा नहीं करना क्योंकि वातानुकूलन से बाहर की गर्मी और भी बढती है, अन्यों के लिये वह अधिक त्रासदायक होती है, हम परपीडा के निमित्त बनते हैं । इसका एक संकेत तो गर्मी सहन करने का है परन्तु दूसरा पर्यायी व्यवस्था निर्माण करने का है । इस दूसरे संकेत को सम्भव बनाने लायक हमारी बुद्धि सृजनशील बनने की आवश्यकता है । यह सम्भव है ऐसा विश्वास उत्पन्न करना चाहिये । | १५. वातानुकूलित वाहनों में यात्रा नहीं करना क्योंकि वातानुकूलन से बाहर की गर्मी और भी बढती है, अन्यों के लिये वह अधिक त्रासदायक होती है, हम परपीडा के निमित्त बनते हैं । इसका एक संकेत तो गर्मी सहन करने का है परन्तु दूसरा पर्यायी व्यवस्था निर्माण करने का है । इस दूसरे संकेत को सम्भव बनाने लायक हमारी बुद्धि सृजनशील बनने की आवश्यकता है । यह सम्भव है ऐसा विश्वास उत्पन्न करना चाहिये । |