Changes

Jump to navigation Jump to search
Line 82: Line 82:  
==== ५. देशों की आर्थिक, राजनीतिक, भौगोलिक स्थिति का अध्ययन ====
 
==== ५. देशों की आर्थिक, राजनीतिक, भौगोलिक स्थिति का अध्ययन ====
 
यह अध्ययन बहुत ही रोचक रहेगा। कुछ इस प्रकार की जानकारी एकत्रित की जा सकती है।  
 
यह अध्ययन बहुत ही रोचक रहेगा। कुछ इस प्रकार की जानकारी एकत्रित की जा सकती है।  
 +
# देश का क्षेत्र कितना है। यह क्षेत्र काल प्रवाह में कितना, किस प्रकार, किस रूप में बदलता रहा है । वर्तमान क्षेत्र कब से है। वर्तमान नाम क्या है। पूर्व में कौन कौन से नाम रहे हैं। वर्तमान नामकरण कैसे हुआ।
 +
# देश की सीमायें प्राकृतिक हैं कि मानवसर्जित । इसे ठीक से समझना होगा। विश्व में भौगोलिक दृष्टि से दो शब्द प्रचलित हैं एक है देश और दूसरा है महाद्वीप । इन दोनों की रचना प्राकृतिक आधार पर होती है। समुद्र से जो विभाजित होते हैं वे महाद्वीप और पर्वतों से जो विभाजित होते हैं वे देश कहे जाते हैं। अखण्ड भारत की सीमायें प्राकृतिक हैं। उसके उत्तर में पर्वत है और शेष तीनों दिशाओं में समुद्र है। परन्तु पाकिस्तान, बंगलादेश, अफघानिस्थान आदि देशों की सीमायें मानवसर्जित हैं । देशों की सीमाओं की जानकारी से पता चलता है कि ये देश किसी युद्ध जैसे मानवसर्जित संकट के अथवा राजनीति के परिणामस्वरूप बने हैं। इन संकटों का निराकरण करने पर वे पुनःएक हो सकते हैं।
 +
# देश का तापमान, वर्षा, ऋतुर्ये आदि कैसे हैं । पानी की और भूमि के उपजाऊपन की स्थिति कैसी है। अनाज, सब्जी, फल, औषधी, वनस्पति, प्राणी, अरण्य आदि की स्थिति कैसी है । प्राकृतिक स्थिति के आधार पर इनकी रचना कैसी बनाई गई है।
 +
# इन देशों के अर्थोत्पादन की व्यवस्था कैसी है। जनसंख्या का विनियोग उत्पादन के क्षेत्र में फैला होता है। मानव और प्राणियों की ऊर्जा और विद्युत आदि की ऊर्जा का यन्त्रों के संचालन हेतु कैसा अनुपात है। इसका पर्यावरण पर क्या परिणाम होता है।
 +
# ५. देश की भौतिक समृद्धि के आधार कौन से है। भौतिक समृद्धि के लिये आवश्यक प्राकृतिक सम्पदा, कार्यकुशलता, काम करने की वृत्ति और बुद्धिसम्पदा का अनुपात कैसा है। कारीगरी के क्षेत्र में विविधता, उत्कृष्टता और सृजनशीलता कितने हैं।
 +
# उत्पादन कितना विकेन्द्रित है और वितरण की व्यवस्था कितनी कम खर्चीली है।।
 +
# जीडीपी के मापदण्ड के अनुसार देश विकसित, विकासशील या अविकसित है। जीडीपी को छोड दिया जाय तो देश भौतिक समृद्धि के आधार पर देश कौन से श्रेणी में होगा।
 +
# देश के विदेशव्यापार, विदेशी या आन्तर्राष्ट्रीय, ऋण, आयात और निकास की स्थिति कैसी है ?
 +
# शिक्षित रोजगारी, अशिक्षित रोजगारी, शिक्षित बेरोजगारी, अशिक्षित बेरोजगारी का अनुपात कैसा है। उत्पादक और अनुत्पादक व्यवसायों का अनुपात कैसा है।
 +
# नौकरी करने वाले और स्वतन्त्र व्यवसाय कनरे वालों का अनुपात कैसा है।
 +
# देश में विदेशी कम्पनियाँ और देश की विदेशों में व्यापार करने वाली कम्पनियों का अनुपात कैसा है।
 +
# विदेशों में पढ़ने और व्यवसाय करने वाले नागरिकों का अनुपात कैसा है।
 +
# आर्थिक क्षेत्र में रिश्वतखोरी, कालाधन, भ्रष्टाचार, करचोरी, मिलावट आदि की स्थिति कैसी है।
 +
# देश में कौन सी शासनपद्धति है । परापूर्व से कौन सी पद्धति रही है।
 +
# साम्यवादी, समाजवादी, भौतिकवादी, सम्प्रदायवादी, राष्ट्रवादी आदि में से या इससे अन्य कौन सी विचारधारा से देश चलता है।
 +
# आतंकवाद, घूसखोरी, विदेशी आक्रमणों की क्या स्थिति है । अपनी रक्षा करने की देश की सामरिक स्थिति कैसी है।
 +
# राजकीय, आर्थिक, ज्ञानात्मक, सांस्कृतिक में से किसका कितना वर्चस्व है।
 +
इस प्रकार की जानकारी प्राप्त करने से देशों की राजकीय, आर्थिक, बौद्धिक सामर्थ्य का पता चलता है। अमेरिका जैसा देश इन देशों पर क्या असर करता है या कर सकता है इसका भी पता चलेगा। विश्व के सांस्कृतिक इतिहास में इनका क्या स्थान है इसकी भी जानकारी प्राप्त होगी। उनके लिये हम क्या कर सकते हैं इसका आकलन भी हम कर पायेंगे । इनकी हमारे साथ समरसता हो सकती है कि नहीं और यदि हों, तो कैसे इसका भी विचार हम कर पायेंगे।
   −
देश का क्षेत्र कितना है। यह क्षेत्र काल प्रवाह में कितना, किस प्रकार, किस रूप में बदलता रहा है । वर्तमान क्षेत्र कब से है। वर्तमान नाम क्या है। पूर्व में कौन कौन से नाम रहे हैं। वर्तमान नामकरण कैसे हुआ।
+
==== ६. विश्व के देश भारत को जानें ====
 
+
कभी तो ऐसा समय था जब पश्चिम भारत को सँपेरों और मदारियों का देश समझता था। कभी तो ऐसा समय था जब विदेशों से मेधावी विद्यार्थी भारत में अध्ययन करने के लिये आते थे । एक समय था जब भारत का विदेश व्यापार बहुत बडा था एक समय था जब भारत के लोग विश्व के सभी देशों में संस्कृति का सन्देश लेकर पहुँचते थे। एक समय था जब भारत सोने की चिडिया के रूप में पहचाना
देश की सीमायें प्राकृतिक हैं कि मानवसर्जित इसे ठीक से समझना होगा। विश्व में भौगोलिक दृष्टि से दो शब्द प्रचलित हैं एक है देश और दूसरा है महाद्वीप । इन दोनों की रचना प्राकृतिक आधार पर होती है। समुद्र से जो विभाजित होते हैं वे महाद्वीप और पर्वतों से जो विभाजित होते हैं वे देश कहे जाते हैं। अखण्ड भारत की सीमायें प्राकृतिक हैं। उसके उत्तर में पर्वत है और शेष तीनों दिशाओं में समुद्र है। परन्तु पाकिस्तान, बंगलादेश, अफघानिस्थान आदि देशों की सीमायें मानवसर्जित हैं । देशों की सीमाओं की जानकारी से पता चलता है कि ये देश किसी युद्ध जैसे मानवसर्जित संकट के अथवा राजनीति के परिणामस्वरूप बने हैं। इन संकटों का निराकरण करने पर वे पुनःएक हो सकते हैं।
  −
 
  −
देश का तापमान, वर्षा, ऋतुर्ये आदि कैसे हैं पानी की और भूमि के उपजाऊपन की स्थिति कैसी है। अनाज, सब्जी, फल, औषधी, वनस्पति, प्राणी, अरण्य आदि की स्थिति कैसी है । प्राकृतिक स्थिति के आधार पर इनकी रचना कैसी बनाई गई है।
  −
 
  −
इन देशों के अर्थोत्पादन की व्यवस्था कैसी है। जनसंख्या का विनियोग उत्पादन के क्षेत्र में फैला होता है। मानव और प्राणियों की ऊर्जा और विद्युत आदि की ऊर्जा का यन्त्रों के संचालन हेतु कैसा अनुपात है। इसका पर्यावरण पर क्या परिणाम होता है।
  −
 
  −
५. देश की भौतिक समृद्धि के आधार कौन से है। भौतिक समृद्धि के लिये आवश्यक प्राकृतिक सम्पदा, कार्यकुशलता, काम करने की वृत्ति और बुद्धिसम्पदा का अनुपात कैसा है। कारीगरी के क्षेत्र में विविधता, उत्कृष्टता और सृजनशीलता कितने हैं।
  −
 
  −
उत्पादन कितना विकेन्द्रित है और वितरण की व्यवस्था कितनी कम खर्चीली है।।
  −
 
  −
७. जीडीपी के मापदण्ड के अनुसार देश विकसित, विकासशील या अविकसित है। जीडीपी को छोड दिया जाय तो देश भौतिक समृद्धि के आधार पर देश कौन से श्रेणी में होगा।
  −
 
  −
८. देश के विदेशव्यापार, विदेशी या आन्तर्राष्ट्रीय, ऋण, आयात और निकास की स्थिति कैसी है ?
  −
 
  −
शिक्षित रोजगारी, अशिक्षित रोजगारी, शिक्षित बेरोजगारी, अशिक्षित बेरोजगारी का अनुपात कैसा है। उत्पादक और अनुत्पादक व्यवसायों का अनुपात कैसा है।
  −
 
  −
१०. नौकरी करने वाले और स्वतन्त्र व्यवसाय कनरे वालों
      
==References==
 
==References==
1,815

edits

Navigation menu