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| | ==== सही मानसिकता बनाने के प्रयास ==== | | ==== सही मानसिकता बनाने के प्रयास ==== |
| − | अतः विद्यालयों में सही मानसिकता निर्माण करने को | + | अतः विद्यालयों में सही मानसिकता निर्माण करने को अत्यन्त महत्त्वपूर्ण मानना चाहिये । जितना ज्ञान का महत्त्व है उतना ही ज्ञान के प्रति व्यवहार करने का है । |
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| − | अत्यन्त महत्त्वपूर्ण मानना चाहिये । जितना ज्ञान का महत्त्व
| + | इस दृष्टि से निम्नलिखित प्रयास करने की आवश्यकता है... |
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| − | है उतना ही ज्ञान के प्रति व्यवहार करने का है । | + | १.विद्यालय में सभी स्तरों पर स्पर्धा निषिद्ध कर देनी चाहिये । स्पर्धा से संघर्ष, संघर्ष से हिंसा और हिंसा से विनाश की ओर गति होती है यह सर्वत्र लागू होने वाला सूत्र है । |
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| − | इस दृष्टि से निम्नलिखित प्रयास करने की
| + | २. उसी प्रकार से परीक्षा का महत्त्व अत्यन्त कम कर देना चाहिये । जहाँ अनिवार्य नहीं है वहाँ परीक्षा होनी ही नहीं चाहिये । परीक्षा से शिक्षा को मुक्त कर देने के बाद ही ज्ञान के आनन्द की सम्भावना बनेगी । |
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| − | आवश्यकता है...
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| − | श्,
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| − | विद्यालय में सभी स्तरों पर स्पर्धा निषिद्ध कर देनी
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| − | चाहिये । स्पर्धा से संघर्ष, संघर्ष से हिंसा और हिंसा
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| − | से विनाश की ओर गति होती है यह सर्वत्र लागू होने
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| − | वाला सूत्र है ।
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| − | उसी प्रकार से परीक्षा का महत्त्व अत्यन्त कम कर | |
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| − | देना चाहिये । जहाँ अनिवार्य नहीं है वहाँ परीक्षा | |
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| − | होनी ही नहीं चाहिये । परीक्षा से शिक्षा को मुक्त कर | |
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| − | देने के बाद ही ज्ञान के आनन्द की सम्भावना | |
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| − | बनेगी । | |
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