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सुख ही मनुष्य की सभी गतिविधियों की प्रेरणा है| समस्याएँ दु:ख फैलातीं हैं| वर्तमान में मानव जीवन छोटी मोटी अनेकों समस्याओं से ग्रस्त है| जीवन का एक भी क्षेत्र ऐसा नहीं है जो समस्याओं को झेल नहीं रहा| समस्याओं का निराकरण ही सुख की आश्वस्ति है|  
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सुख
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ही मनुष्य की सभी गतिविधियों की प्रेरणा है| समस्याएँ दु:ख फैलातीं हैं| वर्तमान में मानव जीवन छोटी मोटी अनेकों समस्याओं से ग्रस्त है| जीवन का एक भी क्षेत्र ऐसा नहीं है जो समस्याओं को झेल नहीं रहा| समस्याओं का निराकरण ही सुख की आश्वस्ति है|  
 
समस्याएँ यद्यपि अनेकों हैं| एक एक समस्या का निराकरण करना संभव नहीं है और व्यावहारिक भी नहीं है| कुछ जड़ की बातें ऐसीं होतीं हैं जो कई समस्याओं को जन्म देतीं हैं| इन्हें समस्या मूल कह सकते हैं| समस्याओं के मूल संख्या में अल्प होते हैं| इन समस्या मूलों का निराकरण करने से सारी समस्याओं का निराकरण हो जाता है|  
 
समस्याएँ यद्यपि अनेकों हैं| एक एक समस्या का निराकरण करना संभव नहीं है और व्यावहारिक भी नहीं है| कुछ जड़ की बातें ऐसीं होतीं हैं जो कई समस्याओं को जन्म देतीं हैं| इन्हें समस्या मूल कह सकते हैं| समस्याओं के मूल संख्या में अल्प होते हैं| इन समस्या मूलों का निराकरण करने से सारी समस्याओं का निराकरण हो जाता है|  
 
समस्याओं की सूचि
 
समस्याओं की सूचि
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