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लिये डिटर्जन्ट का प्रयोग बन्द कर उसके स्थान पर प्राकृतिक पदार्थों का प्रयोग करना चाहिये । बर्तन की सफाई के लिये मिट्टी या राख तथा कपड़ों की सफाई के लिये साबुन का प्रयोग करने से पानी की बचत भी होती है और प्रदूषण भी नहीं होता।   
 
लिये डिटर्जन्ट का प्रयोग बन्द कर उसके स्थान पर प्राकृतिक पदार्थों का प्रयोग करना चाहिये । बर्तन की सफाई के लिये मिट्टी या राख तथा कपड़ों की सफाई के लिये साबुन का प्रयोग करने से पानी की बचत भी होती है और प्रदूषण भी नहीं होता।   
 
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पीने के लिये प्याले में उतना ही पानी लेना चाहिये जितना कि पीना है। प्याला भरकर लेना, थोडा पीना और बचा हुआ फेंक देना कम बुद्धि का लक्षण है।  
 
पीने के लिये प्याले में उतना ही पानी लेना चाहिये जितना कि पीना है। प्याला भरकर लेना, थोडा पीना और बचा हुआ फेंक देना कम बुद्धि का लक्षण है।  
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१६. पानी का बहुत अधिक अपव्यय होता है शौचालयों में। फ्लश की व्यवस्था वाले शौचालय पानी के प्रयोग की दृष्टि से अनुकूल नहीं है। उनके पर्याय खोजने चाहिये ।  
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<li> पानी का बहुत अधिक अपव्यय होता है शौचालयों में। फ्लश की व्यवस्था वाले शौचालय पानी के प्रयोग की दृष्टि से अनुकूल नहीं है। उनके पर्याय खोजने चाहिये ।  
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१७. आवश्यकता से अधिक पानी का संग्रह करना और बाद में फैंक देना भी उचित नहीं है । इससे पानी का बहुत अपव्यय होता है।  
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<li> आवश्यकता से अधिक पानी का संग्रह करना और बाद में फैंक देना भी उचित नहीं है । इससे पानी का बहुत अपव्यय होता है।  
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१८. विद्यालय में पानी के संग्रह की योजना बहुत सोचविचार कर बनानी चाहिये ।  
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<li> विद्यालय में पानी के संग्रह की योजना बहुत सोचविचार कर बनानी चाहिये ।  
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१९. वर्षा के पानी का संग्रह करने की व्यवस्था हर विद्यालय के लिये अनिवार्य है। विद्यालय से यह योजना विद्यार्थियों के घर तक पहुँचनी चाहिये ।
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<li> वर्षा के पानी का संग्रह करने की व्यवस्था हर विद्यालय के लिये अनिवार्य है। विद्यालय से यह योजना विद्यार्थियों के घर तक पहुँचनी चाहिये ।
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२०. जिस प्रकार पानी को शुद्ध करने के बाद ही पीना चाहिये उस प्रकार शुद्ध पानी को अशुद्ध नहीं करने की सावधानी भी रखनी चाहिये ।
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<li> जिस प्रकार पानी को शुद्ध करने के बाद ही पीना चाहिये उस प्रकार शुद्ध पानी को अशुद्ध नहीं करने की सावधानी भी रखनी चाहिये ।
    
पानी का प्रयोग करना सीखना चाहिये यह जितना महत्त्वपूर्ण है उतना ही महत्त्वपूर्ण पानी का निष्कासन उचित पद्धति से करना भी सीखना है। उसकी भी क्रियात्मक शिक्षा आवश्यक है। कुछ इन बातों पर ध्यान देना आवश्यक है।  
 
पानी का प्रयोग करना सीखना चाहिये यह जितना महत्त्वपूर्ण है उतना ही महत्त्वपूर्ण पानी का निष्कासन उचित पद्धति से करना भी सीखना है। उसकी भी क्रियात्मक शिक्षा आवश्यक है। कुछ इन बातों पर ध्यान देना आवश्यक है।  

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