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=== विद्यालय का शैक्षिक भ्रमण कार्यक्रम ===
 
=== विद्यालय का शैक्षिक भ्रमण कार्यक्रम ===
विद्यालय के भवन को यदि आग. से, विद्यालय की व्यवस्था से, विद्यालय की रीतिनीति से लग जाय तो किसकी क्या प्रतिक्रिया होगी ? उसका सम्बन्ध समाप्त हो जाता है । परीक्षा में उत्तीर्ण होने के
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# '''शैक्षिक भ्रमण का अर्थ क्या है ?'''
 
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# '''भ्रमण के लिये स्थान का चयन किस प्रकार से करना चाहिये ?'''
विद्यार्थी का कोई नुकसान नहीं होता, उन्हें दुःख नहीं... अलावा उसे और कुछ नहीं करना है । इसलिये विद्यालय के
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# '''भ्रमण के समय शैक्षिक व्यवहार कैसा होता है ?'''
 
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# '''भ्रमण के समय छात्र एवं आचायों के व्यवहार के सम्बन्ध में किन किन बातों पर विचार करना चाहिये ?'''
होता, न वे नुकसान भरपाई के लिये कुछ भी करते हैं । भवन को आग लगे, या शिक्षकों पर कोई आरोप लगे या
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# '''यदि भ्रमण शैक्षिक है तो वह सभी छात्रों के लिये होना चाहिये । इसकी व्यवस्था कैसे कर सकते हैं?'''
 
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# '''भ्रमण की आर्थिक व्यवस्था के सम्बन्ध में क्या विचार करना चाहिये ?'''
शिक्षकों को कोई दुःख नहीं होगा । उल्टे दो तीन दिन... विद्यालय की प्रतिष्ठा दाँव पर लगे उसका कोई नुकसान नहीं
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# '''शैक्षिक भ्रमण का पाठ्यक्रम के साथ क्या सम्बन्ध है ?'''
 
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# '''भ्रमण की पूर्वतैयारी एवं भ्रमण का अनुवर्ती कार्य - ये दोनों कैसे होते हैं ?'''
की छुट्टी होने की खुशी ही होगी । होता । यह हकीकत बताती है कि विद्यालय विद्यार्थियों का
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# '''भ्रमण के माध्यम से सांस्कृतिक, सामाजिक, राष्ट्रीय विकास किस प्रकार से होता है ?'''
 
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# '''भ्रमण के माध्यम से व्यावहारिक ज्ञान का विकास किस प्रकार से होता है ?'''
संचालकों का क्या होगा ? यदि भवन की मालिकी तो नहीं है । वे विद्यालयके लिये कुछ भी नहीं करेंगे ।
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किसी एक व्यक्ति की है तो उसे चिन्ता होगी, यदि ट्रस्ट की है शिक्षकों का भाव कैसा है ?हम सरकार के अथवा
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तो भागदौड की परेशानी होगी अन्यथा कोई दुःख नहीं होगा... संचालकों के विद्यालय में नौकरी करते हैं । वेतन के बदले में
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क्योंकि वह समाज के पैसे से बना है इसलिये समाज का... पढ़ाना हमारा काम है । पढ़ाने के सम्बन्ध में जो नियम कानून
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नुकसान होगा | हैं उनको हम मानेंगे, उनका पालन करेंगे । पढ़ाने के सम्बन्ध
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सरकार को तो दुःख होने का प्रश्न ही नहीं है क्योंकि... में हमारे जो अधिकार हैं वे माँगेंगे । विद्यालय का समय पूरा
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सरकार किसी व्यक्ति की नहीं बनती, वह एक व्यवस्था है, हुआ हमारा काम भी पूरा हुआ । शेष समय हमारा है । उस
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एक तन्त्र है व्यवस्था में भावना नहीं होती । शेष समय में विद्यालय का विचार करने की हमारी जिम्मेदारी
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यह तो विद्यालय के भवन की बात हुई । यह तो... नहीं ।
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केवल भौतिक पदार्थ है । संचालक कहते हैं कि विद्यालय के भवन की मालिकी
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परन्तु विद्यालय में किसी विद्यार्थी ने किसी लडकी पर... हमारी है, हमने शिक्षकों को नियुक्त किया है, हमने विद्र्थियों
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बलात्कार किया, या विद्यालय के विद्यार्थी परीक्षा में नकल. को प्रवेश दिया है इसलिये हमारा अधिकार है परन्तु पढ़ाने का
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करते पकडे गये या विद्यालय के शिक्षक परीक्षा में भ्रष्टाचार... काम हमारा नहीं है, उसकी जिम्मेदारी हमारी नहीं है।
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करते पकडे गये तो विद्यार्थी, शिक्षक, संचालक और सरकार. अध्ययन विषयक, विद्यार्थियों के चरित्र विषयक कोई
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की क्या प्रतिक्रिया होगी ? अनहोनी होती है तो उसकी जिम्मेदारी शिक्षकों और
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या विद्यालय में अच्छी पढाई नहीं होती ऐसा बोला... अभिभावकों की है । हम उनके विरुद्ध कार्यवाही करेंगे, उन्हें
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जाता है तब किसकी क्या प्रतिक्रिया होती है ? दण्ड देंगे ।
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सरकारी विद्यालयों के व्यवस्थातन्त्र के बारे में, परन्तु इससे आगे बात नहीं बढती ।
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शिक्षकों के बारे में खूब आलोचना होती है तब सरकार और सरकार की तो कोई भूमिका बनती ही नहीं है ।
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शिक्षकों की क्या प्रतिक्रिया होती है ? शिक्षा संस्थाओं को लेकर चित्र आज ऐसा है ।
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देखा यह जाता है कि इन चारों में से किसी भी वर्ग का... विद्यालय के भवन की मालिकी संचालकों की इसलिये
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विद्यालय के साथ कोई भावनात्मक सम्बन्ध नहीं होता ।.. उनका मालिकयत का सम्बन्ध, सरकार का नियन्त्रक के नाते
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सबका अपने अपने स्वार्थ से प्रेरित सम्बन्ध होता है और सम्बन्ध, शिक्षकों का अपने वेतन का सम्बन्ध और
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अपने स्वार्थ की पूर्ति होने पर समाप्त हो जाता है । विद्यार्थियों का अपनी परीक्षा से सम्बन्ध । इसमें विद्या कहाँ
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विद्यार्थी अपनी पढाई हेतु विद्यालय से जुडा है, है ? विद्या की प्रतिष्ठा कहाँ है ? विद्या की साधना का तो
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विद्यालय के भवन से, व्यवस्थातन्त्र से, नीतिनियमों से उसका. प्रश्न ही नहीं है । ज्ञानसाधना का मिशन होने की सम्भावना
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कोई लेना देना नहीं है । पढाई के कार्य में भी प्रत्यक्ष ज्ञान से. ही नहीं है ।
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कोई सम्बन्ध नहीं, परीक्षा के परिणाम के साथ ही सम्बन्ध देश में अनेक विद्यालय, महाविद्यालय, विश्वविद्यालय
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है । इसलिये परीक्षा समाप्त होते ही अध्ययन से, अध्यापकों हैं जहाँ अध्ययन - अध्यापन अच्छा होता है और
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पर्व ३ : विद्यालय की शैक्षिक व्यवस्थाएँ
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ज्ञानसाधना भी होती है परन्तु वह व्यक्तियों के कारण से होता
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है, व्यवस्था के कारण से नहीं । भले ही व्यक्तियों के कारण
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हो, उसका लाभ अवश्य होता है । परन्तु यह अपवाद रूप
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स्थिति है । सार्वत्रिक स्थिति तो सरोकार विहीनता की ही
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है।
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इस का उपाय क्या है ?
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शिक्षाक्षेत्र में नौकरी की व्यवस्था जब तक समाप्त नहीं
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होती तब तक परिस्थिति में सुधार नहीं हो सकता । घर में
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कोई नौकरी नहीं करता, काम सब करते हैं । घर में रहने का
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घर के सभी सदस्यों को जन्मसिद्ध अधिकार है । घर सबका है
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और सेवा करना ही सबका धर्म है । एकदूसरे के लिये सब
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काम करते हैं । घर की प्रतिष्ठा सबकी चिन्ता का विषय है ।
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घर की बदनामी सबकी बदनामी है । मातापिता सन्तानों के
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लिये और सन्तानें मातापिता के लिये जीते हैं । तभी वह
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परिवार है । परिवार भावना, व्यवस्था और सम्बन्धों से बनता
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है । तीनों बातें एक ही स्थान पर केन्द्रित हुई है ।
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विद्यालय भी. परिवार बनना
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चाहिये तभी वह भारतीय संकल्पना का विद्यालय बनेगा ।
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व्यवस्था, नियन्त्रण, कार्य जब भिन्न भिन्न स्थानों पर केन्द्रित
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होंगे तब वह एकसंध परिवार नहीं बनेगा । वर्तमान व्यवस्था
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ही ऐसी बनी है जहाँ विद्यालय परिवार बनने की सम्भावना
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नहीं है ।
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विद्यालय को परिवार मानने की, इसके लिये शिक्षकों
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और विद्यार्थियों का प्रबोधन करने की भावनात्मक बातें बहुत
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की जाती हैं परन्तु परिणाम दिखाई नहीं देता क्योंकि परिवार
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बनने के लिये जो एकसंघ व्यवस्था चाहिये उसकी हम बात
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नहीं करते । व्यवस्था विशूंखलता की और अनेक केन्द्री
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स्वार्थों की और भावना परिवार की ऐसी दो बातें एक साथ
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नहीं हो सकतीं ।
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शिक्षक केन्द्रित विद्यालय ही इसका सही और
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परिणामकारी उपाय है । इस व्यवस्था के लिये शिक्षकों को
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सिद्ध और समर्थ बनना होगा तथा संचालकों और सरकार को
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अनुकूल । शिक्षकाधीन शिक्षा इसका सार्थक सूत्र है ।
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विद्यालय का शैक्षिक भ्रमण कार्यक्रम
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१, शैक्षिक भ्रमण का अर्थ क्या है ?
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2. भ्रमण के लिये स्थान का चयन किस प्रकार से
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करना चाहिये ?
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३. भ्रमण के समय शैक्षिक व्यवहार कैसा होता है ?
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¥. भ्रमण के समय छात्र एवं आचायों के व्यवहार के
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सम्बन्ध में किन किन बातों पर विचार करना
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चाहिये ?
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५... यदि भ्रमण शैक्षिक है तो वह सभी छात्रों के लिये
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होना चाहिये । इसकी व्यवस्था कैसे कर सकते
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हैं?
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६. wan cht आर्थिक व्यवस्था के सम्बन्ध में क्या
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विचार करना चाहिये ?
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७. शैक्षिक भ्रमण का पाठ्यक्रम के साथ क्या
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सम्बन्ध है ?
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८... भ्रमण की पूर्वतैयारी एवं भ्रमण का अनुवर्ती कार्य
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- ये दोनों कैसे होते हैं ?
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९. भ्रमण के माध्यम से सांस्कृतिक, सामाजिक,
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राष्ट्रीय विकास किस प्रकार से होता है ?
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१०, भ्रमण के माध्यम से व्यावहारिक ज्ञान का
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विकास किस प्रकार से होता है ?
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प्रश्नावली से पाप्त उत्तर
 
प्रश्नावली से पाप्त उत्तर
  
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