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१. कर्मसंस्कृति का नाश और यन्त्र विकृति का प्रभाव इन दोनों के परिणाम स्वरूप मनुष्य अधिक से अधिक अपाहिज बन रहा है, अपनी ईश्वर प्रदत्त जन्मजात शक्तियों का क्षरण हो रहा है उसे देख ही नहीं सकता, और यदि देख सकता है तो उन्हें बचाने के लिये कुछ कर नहीं सकता । क्‍या यह स्थिति शोचनीय नहीं है ?
 
१. कर्मसंस्कृति का नाश और यन्त्र विकृति का प्रभाव इन दोनों के परिणाम स्वरूप मनुष्य अधिक से अधिक अपाहिज बन रहा है, अपनी ईश्वर प्रदत्त जन्मजात शक्तियों का क्षरण हो रहा है उसे देख ही नहीं सकता, और यदि देख सकता है तो उन्हें बचाने के लिये कुछ कर नहीं सकता । क्‍या यह स्थिति शोचनीय नहीं है ?
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२. बच्चों का गर्भाधान ही दवाइयों की सहायता से होता है । ये दवाइयाँ जैविक नहीं होती हैं, वे विघटन नहीं हो सकता ऐसी सामग्री और प्रक्रिया से निर्मित होती हैं। वे जीवित शरीर के साथ समरस नहीं होतीं । यहीं से आपत्तियों का क्रम शुरू हो जाता है ।
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२. बच्चोंं का गर्भाधान ही दवाइयों की सहायता से होता है । ये दवाइयाँ जैविक नहीं होती हैं, वे विघटन नहीं हो सकता ऐसी सामग्री और प्रक्रिया से निर्मित होती हैं। वे जीवित शरीर के साथ समरस नहीं होतीं । यहीं से आपत्तियों का क्रम आरम्भ हो जाता है ।
    
३. गर्भावस्‍था में ही मधुमेह, रक्तचाप और हृदय की ओर जाने वाली रक्तवाहिनियों में अवरोध आदि जैसी घातक बिमारियाँ लग जाने का अनुपात बढ रहा है । इन बिमारियों का जन्म के बाद ठीक होना असम्भव है |
 
३. गर्भावस्‍था में ही मधुमेह, रक्तचाप और हृदय की ओर जाने वाली रक्तवाहिनियों में अवरोध आदि जैसी घातक बिमारियाँ लग जाने का अनुपात बढ रहा है । इन बिमारियों का जन्म के बाद ठीक होना असम्भव है |
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४. बच्चों की जन्मजात शारीरिक और मानसिक क्षमतायें कम ही होती हैं । जो बालक कम क्षमताओं के साथ ही जन्मे हैं उनकी क्षमता बढ़ाना असम्भव हो जाता है |
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४. बच्चोंं की जन्मजात शारीरिक और मानसिक क्षमतायें कम ही होती हैं । जो बालक कम क्षमताओं के साथ ही जन्मे हैं उनकी क्षमता बढ़ाना असम्भव हो जाता है |
    
५. जन्म के बाद के वातावरण, माता के आहारविहार, बालक के आहारविहार उसके संगोपन की पद्धतियाँ और सामग्री, उसके खिलौने, मोबाइल, संगणक और टीवी के प्रयोग के कारण से उसकी शक्तियों का क्षरण होता है ।
 
५. जन्म के बाद के वातावरण, माता के आहारविहार, बालक के आहारविहार उसके संगोपन की पद्धतियाँ और सामग्री, उसके खिलौने, मोबाइल, संगणक और टीवी के प्रयोग के कारण से उसकी शक्तियों का क्षरण होता है ।

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