Changes

Jump to navigation Jump to search
m
Added template
Line 1: Line 1:  +
{{ToBeEdited}}
 
वेद तथा अनेक वेदेतर ग्रन्थों में वायुयान का वर्णन आता है । ऋग्वेद की भाषा जहाँ सांकेतिक है वहीं यजुर्वेद में वायुयान के अग्रभाग, पृष्ठभाग, नियंत्रण कक्ष तथा उर्जा स्रोत का स्पष्ट वर्णन आता है । राजा भोज के समराड्ण सूत्रधार ग्रन्थ में विमान बनाने का स्पष्ट वर्णन मिलता है । महर्षि दयानन्दने अपने प्रसिद्ध ग्रन्थ क्रग्वेदादिभाष्यभूमिकामें नौविमानविद्या विषयक प्रकरण में जल तथा वायुयान का वर्णन किया है । मुम्बई के शिवकर बापूजी तलपदे नामक वेदों के अध्येताने वेदोमें विमानविद्याको खोजना आरम्भ किया |
 
वेद तथा अनेक वेदेतर ग्रन्थों में वायुयान का वर्णन आता है । ऋग्वेद की भाषा जहाँ सांकेतिक है वहीं यजुर्वेद में वायुयान के अग्रभाग, पृष्ठभाग, नियंत्रण कक्ष तथा उर्जा स्रोत का स्पष्ट वर्णन आता है । राजा भोज के समराड्ण सूत्रधार ग्रन्थ में विमान बनाने का स्पष्ट वर्णन मिलता है । महर्षि दयानन्दने अपने प्रसिद्ध ग्रन्थ क्रग्वेदादिभाष्यभूमिकामें नौविमानविद्या विषयक प्रकरण में जल तथा वायुयान का वर्णन किया है । मुम्बई के शिवकर बापूजी तलपदे नामक वेदों के अध्येताने वेदोमें विमानविद्याको खोजना आरम्भ किया |
  

Navigation menu