Changes

Jump to navigation Jump to search
m
Text replacement - "हमेशा" to "सदा"
Line 3,141: Line 3,141:  
वे कहने लगे...
 
वे कहने लगे...
   −
वेद हमेशा सम्पन्नता का उपदेश देते हैं । हमारे भण्डार
+
वेद सदा सम्पन्नता का उपदेश देते हैं । हमारे भण्डार
   −
धनधान्य से हमेशा भरेपूरे रहें, यही वेद भगवान का
+
धनधान्य से सदा भरेपूरे रहें, यही वेद भगवान का
    
आशीर्वाद होता है । अत: वेदों के अनुसार आर्थिक विकास
 
आशीर्वाद होता है । अत: वेदों के अनुसार आर्थिक विकास
Line 3,149: Line 3,149:  
ही सही विकास है । प्राणिमात्र सुख की कामना करता है ।
 
ही सही विकास है । प्राणिमात्र सुख की कामना करता है ।
   −
मनुष्य भी हमेशा सुख चाहता है । मनुष्य को सुखी होने के
+
मनुष्य भी सदा सुख चाहता है । मनुष्य को सुखी होने के
    
लिये उसकी हर इच्छा की पूर्ति होना आवश्यक है । अन्न,
 
लिये उसकी हर इच्छा की पूर्ति होना आवश्यक है । अन्न,
Line 3,249: Line 3,249:  
हैं कि उसने विकास किया । यदि वह पढ़ाई में बहुत अच्छा
 
हैं कि उसने विकास किया । यदि वह पढ़ाई में बहुत अच्छा
   −
है, हमेशा प्रथम क्रमांक पर आता है, बहुत पढ़ाई करता है
+
है, सदा प्रथम क्रमांक पर आता है, बहुत पढ़ाई करता है
    
परन्तु पढाई पूर्ण होने के बाद उसे नौकरी सामान्य सी
 
परन्तु पढाई पूर्ण होने के बाद उसे नौकरी सामान्य सी

Navigation menu