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| वे कहने लगे... | | वे कहने लगे... |
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− | वेद हमेशा सम्पन्नता का उपदेश देते हैं । हमारे भण्डार | + | वेद सदा सम्पन्नता का उपदेश देते हैं । हमारे भण्डार |
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− | धनधान्य से हमेशा भरेपूरे रहें, यही वेद भगवान का | + | धनधान्य से सदा भरेपूरे रहें, यही वेद भगवान का |
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| आशीर्वाद होता है । अत: वेदों के अनुसार आर्थिक विकास | | आशीर्वाद होता है । अत: वेदों के अनुसार आर्थिक विकास |
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| ही सही विकास है । प्राणिमात्र सुख की कामना करता है । | | ही सही विकास है । प्राणिमात्र सुख की कामना करता है । |
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− | मनुष्य भी हमेशा सुख चाहता है । मनुष्य को सुखी होने के | + | मनुष्य भी सदा सुख चाहता है । मनुष्य को सुखी होने के |
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| लिये उसकी हर इच्छा की पूर्ति होना आवश्यक है । अन्न, | | लिये उसकी हर इच्छा की पूर्ति होना आवश्यक है । अन्न, |
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| हैं कि उसने विकास किया । यदि वह पढ़ाई में बहुत अच्छा | | हैं कि उसने विकास किया । यदि वह पढ़ाई में बहुत अच्छा |
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− | है, हमेशा प्रथम क्रमांक पर आता है, बहुत पढ़ाई करता है | + | है, सदा प्रथम क्रमांक पर आता है, बहुत पढ़ाई करता है |
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| परन्तु पढाई पूर्ण होने के बाद उसे नौकरी सामान्य सी | | परन्तु पढाई पूर्ण होने के बाद उसे नौकरी सामान्य सी |