Line 32: |
Line 32: |
| <blockquote>यत्सिद्धौ अन्यप्रकरणसिद्धिः सः अधिकरणसिद्धान्तः॥३०॥ {अधिकरणसिद्धान्तलक्षणम्}</blockquote> | | <blockquote>यत्सिद्धौ अन्यप्रकरणसिद्धिः सः अधिकरणसिद्धान्तः॥३०॥ {अधिकरणसिद्धान्तलक्षणम्}</blockquote> |
| <blockquote>अपरीक्षिताभ्युपगमात्तद्विशेषपरीक्षणं अभ्युपगमसिद्धान्तः॥३१॥ {अभ्युपगमसिद्धान्तलक्षणम्}</blockquote> | | <blockquote>अपरीक्षिताभ्युपगमात्तद्विशेषपरीक्षणं अभ्युपगमसिद्धान्तः॥३१॥ {अभ्युपगमसिद्धान्तलक्षणम्}</blockquote> |
− | ; 7. '''अवयवः ॥ Avayavas (Factors of Inference or Premises)''': | + | ; 7. '''अवयवः ॥ Avayavas (Factors of Inference or Premises)''' |
− | <blockquote> प्रतिज्ञाहेतूदाहरणोपनयनिगमनानि अवयवाः ॥ ३२ ॥ {अवयवौद्देशसूत्रम्} साध्यनिर्देशः प्रतिज्ञा ॥ ३३ ॥ {प्रतिज्ञालक्षणम्} उदाहरणसाधर्म्यात्साध्यसाधनं हेतुः ॥ ३४ ॥ {हेतुलक्षणम्} तथा वैधर्म्यात् ॥ ३५ ॥ {हेतुलक्षणम्} साध्यसाधर्म्यात्तद्धर्मभावी दृष्टान्तः उदाहरणम् ॥ ३६ ॥ {उदाहरणलक्षणम्} तद्विपर्ययात्वा विपरीतम् ॥ ३७ ॥ {उदाहरणलक्षणम्} उदाहरणापेक्षः तथा इति उपसंहारः न तथा इति वा साध्यस्य उपनयः ॥ ३८ ॥ {उपनयलक्षणम्} हेत्वपदेशात्प्रतिज्ञायाः पुनर्वचनं निगमनम् ॥ ३९ ॥ {निगमनलक्षणम्}</blockquote> | + | ; |
| + | <blockquote> प्रतिज्ञाहेतूदाहरणोपनयनिगमनानि अवयवाः ॥३२॥ {अवयवौद्देशसूत्रम्} (Nyay. Sutr. 1.1.32)<ref name=":4" /></blockquote> |
| + | <blockquote> साध्यनिर्देशः प्रतिज्ञा॥३३॥ {प्रतिज्ञालक्षणम्}</blockquote> |
| + | <blockquote> उदाहरणसाधर्म्यात्साध्यसाधनं हेतुः॥३४॥ {हेतुलक्षणम्} तथा वैधर्म्यात्॥३५॥ {हेतुलक्षणम्} </blockquote> |
| + | <blockquote> साध्यसाधर्म्यात्तद्धर्मभावी दृष्टान्तः उदाहरणम् ॥३६॥ {उदाहरणलक्षणम्} तद्विपर्ययात्वा विपरीतम्॥३७॥{उदाहरणलक्षणम्} </blockquote> |
| + | <blockquote> उदाहरणापेक्षः तथा इति उपसंहारः न तथा इति वा साध्यस्य उपनयः ॥३८॥ {उपनयलक्षणम्} </blockquote> |
| + | <blockquote> हेत्वपदेशात्प्रतिज्ञायाः पुनर्वचनं निगमनम्॥३९॥{निगमनलक्षणम्}</blockquote> |
| ; 8. '''तर्कः ॥ Tarka (Argumentation)''' : अविज्ञाततत्वे अर्थे कारणोपपत्तितः तत्त्वज्ञानार्थं उहः तर्कः ॥ ४० ॥ {तर्कलक्षणम्} | | ; 8. '''तर्कः ॥ Tarka (Argumentation)''' : अविज्ञाततत्वे अर्थे कारणोपपत्तितः तत्त्वज्ञानार्थं उहः तर्कः ॥ ४० ॥ {तर्कलक्षणम्} |
| ; 9. '''निर्णयः ॥ Nirnaya (Ascertainment)''': विमृश्य पक्षप्रतिपक्षाभ्यां अर्थावधारणं निर्णयः ॥ ४१ ॥ {निर्णयलक्षणम्} | | ; 9. '''निर्णयः ॥ Nirnaya (Ascertainment)''': विमृश्य पक्षप्रतिपक्षाभ्यां अर्थावधारणं निर्णयः ॥ ४१ ॥ {निर्णयलक्षणम्} |