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<blockquote>यत्सिद्धौ अन्यप्रकरणसिद्धिः सः अधिकरणसिद्धान्तः॥३०॥ {अधिकरणसिद्धान्तलक्षणम्}</blockquote>
 
<blockquote>यत्सिद्धौ अन्यप्रकरणसिद्धिः सः अधिकरणसिद्धान्तः॥३०॥ {अधिकरणसिद्धान्तलक्षणम्}</blockquote>
 
<blockquote>अपरीक्षिताभ्युपगमात्तद्विशेषपरीक्षणं अभ्युपगमसिद्धान्तः॥३१॥ {अभ्युपगमसिद्धान्तलक्षणम्}</blockquote>
 
<blockquote>अपरीक्षिताभ्युपगमात्तद्विशेषपरीक्षणं अभ्युपगमसिद्धान्तः॥३१॥ {अभ्युपगमसिद्धान्तलक्षणम्}</blockquote>
; 7. '''अवयवः ॥ Avayavas (Factors of Inference or Premises)''' : There are Pancha Avayavas namely Pratijna (प्रतिज्ञा), Hetu (हेतुः)  
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; 7. '''अवयवः ॥ Avayavas (Factors of Inference or Premises)''' : When a conclusion has to be made, a number of words or sentences have to be used. The Pancha Avayavas (5 types of sentences) that are necessary for the proving of the conclusion are Pratijna (प्रतिज्ञा), Hetu (हेतुः)  
 
<blockquote> प्रतिज्ञाहेतूदाहरणोपनयनिगमनानि अवयवाः ॥३२॥ {अवयवौद्देशसूत्रम्} (Nyay. Sutr. 1.1.32)<ref name=":4" /></blockquote>
 
<blockquote> प्रतिज्ञाहेतूदाहरणोपनयनिगमनानि अवयवाः ॥३२॥ {अवयवौद्देशसूत्रम्} (Nyay. Sutr. 1.1.32)<ref name=":4" /></blockquote>
 
<blockquote> साध्यनिर्देशः प्रतिज्ञा॥३३॥ {प्रतिज्ञालक्षणम्}</blockquote>
 
<blockquote> साध्यनिर्देशः प्रतिज्ञा॥३३॥ {प्रतिज्ञालक्षणम्}</blockquote>

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