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लोमड़ी के मुख से अपनी मधुर आवाज की प्रशंसा सुनकर कौआ मन ही मन बहुत गदगद होने लगा, और अपना सीना तानकर अपना सिर हाँ में हिला दिया।लोमड़ी आश्चर्य मुद्रा बनाकर बोली, कि क्यों मजाक कर रहे आप? आप इतना मधुर गाते हैं, मैंं यह कैसे मान लूं? अगर आप एकबार गा कर बताएंगे, तो ही मुझे विश्वाश हो सकता है ।
 
लोमड़ी के मुख से अपनी मधुर आवाज की प्रशंसा सुनकर कौआ मन ही मन बहुत गदगद होने लगा, और अपना सीना तानकर अपना सिर हाँ में हिला दिया।लोमड़ी आश्चर्य मुद्रा बनाकर बोली, कि क्यों मजाक कर रहे आप? आप इतना मधुर गाते हैं, मैंं यह कैसे मान लूं? अगर आप एकबार गा कर बताएंगे, तो ही मुझे विश्वाश हो सकता है ।
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कौवे ने लाेमड़ी के मुख से अपनी प्रशंसा की बात सुनकर और लोमड़ी की बट में आकर गाना गाना शुरू कर दिया। जैसे ही कौए ने गाने को शुरू किया वैसे ही उसके मुंह में दबी रोटी नीचे गिर गई। जैसे ही रोटी नीचे गिरी वैसे ही लोमड़ी ने रोटी पर झपट्टा मारा और रोटी लेकर वहां से चली गई। भूखा कौआ लोमड़ी को देखता रह गया और अपने किए पर बहुत पछताने लगा।
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कौवे ने लाेमड़ी के मुख से अपनी प्रशंसा की बात सुनकर और लोमड़ी की बट में आकर गाना गाना आरम्भ कर दिया। जैसे ही कौए ने गाने को आरम्भ किया वैसे ही उसके मुंह में दबी रोटी नीचे गिर गई। जैसे ही रोटी नीचे गिरी वैसे ही लोमड़ी ने रोटी पर झपट्टा मारा और रोटी लेकर वहां से चली गई। भूखा कौआ लोमड़ी को देखता रह गया और अपने किए पर बहुत पछताने लगा।
    
== कहानी से सीख ==
 
== कहानी से सीख ==
 
हमें कभी भी किसी की बहकाने वाली और मीठी मीठी बातों में नहीं आना चाहिए। साथ ही ऐसे लोगों से बचना चाहिए, जो आपकी झूठी प्रशंसा करते हैं। ऐसे लोग सिर्फ अपने स्वार्थ पूर्ति के बारे में सोचते हैं। ऐसे लोगों से जितना दूरी बना कर रखें, उतना अच्छा है।
 
हमें कभी भी किसी की बहकाने वाली और मीठी मीठी बातों में नहीं आना चाहिए। साथ ही ऐसे लोगों से बचना चाहिए, जो आपकी झूठी प्रशंसा करते हैं। ऐसे लोग सिर्फ अपने स्वार्थ पूर्ति के बारे में सोचते हैं। ऐसे लोगों से जितना दूरी बना कर रखें, उतना अच्छा है।
 
[[Category:बाल कथाए एवं प्रेरक प्रसंग]]
 
[[Category:बाल कथाए एवं प्रेरक प्रसंग]]

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