लोमड़ी के मुख से अपनी मधुर आवाज की प्रशंसा सुनकर कौआ मन ही मन बहुत गदगद होने लगा, और अपना सीना तानकर अपना सिर हाँ में हिला दिया।लोमड़ी आश्चर्य मुद्रा बनाकर बोली, कि क्यों मजाक कर रहे आप? आप इतना मधुर गाते हैं, मैंं यह कैसे मान लूं? अगर आप एकबार गा कर बताएंगे, तो ही मुझे विश्वाश हो सकता है । | लोमड़ी के मुख से अपनी मधुर आवाज की प्रशंसा सुनकर कौआ मन ही मन बहुत गदगद होने लगा, और अपना सीना तानकर अपना सिर हाँ में हिला दिया।लोमड़ी आश्चर्य मुद्रा बनाकर बोली, कि क्यों मजाक कर रहे आप? आप इतना मधुर गाते हैं, मैंं यह कैसे मान लूं? अगर आप एकबार गा कर बताएंगे, तो ही मुझे विश्वाश हो सकता है । |