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| <blockquote> उदाहरणापेक्षः तथा इति उपसंहारः न तथा इति वा साध्यस्य उपनयः ॥३८॥ {उपनयलक्षणम्} </blockquote> | | <blockquote> उदाहरणापेक्षः तथा इति उपसंहारः न तथा इति वा साध्यस्य उपनयः ॥३८॥ {उपनयलक्षणम्} </blockquote> |
| <blockquote> हेत्वपदेशात्प्रतिज्ञायाः पुनर्वचनं निगमनम्॥३९॥{निगमनलक्षणम्}</blockquote> | | <blockquote> हेत्वपदेशात्प्रतिज्ञायाः पुनर्वचनं निगमनम्॥३९॥{निगमनलक्षणम्}</blockquote> |
− | ; 8. '''तर्कः ॥ Tarka (Argumentation)''' | + | ; 8. '''तर्कः ॥ Tarka (Argumentation)'''छ |
| ; It leads to the ascertainment of their validity or invalidity and thus helps in the attaining of true knowledge. | | ; It leads to the ascertainment of their validity or invalidity and thus helps in the attaining of true knowledge. |
| : अविज्ञाततत्वे अर्थे कारणोपपत्तितः तत्त्वज्ञानार्थं उहः तर्कः ॥ ४० ॥ {तर्कलक्षणम्} | | : अविज्ञाततत्वे अर्थे कारणोपपत्तितः तत्त्वज्ञानार्थं उहः तर्कः ॥ ४० ॥ {तर्कलक्षणम्} |
− | ; 9. '''निर्णयः ॥ Nirnaya (Ascertainment)''': विमृश्य पक्षप्रतिपक्षाभ्यां अर्थावधारणं निर्णयः ॥ ४१ ॥ {निर्णयलक्षणम्} | + | ; 9. '''निर्णयः ॥ Nirnaya (Ascertainment)''': |
− | ; 10. '''वादः ॥ Vada (Debate)''': प्रमाणतर्कसाधनोपालम्भः सिद्धान्ताविरुद्धः पञ्चावयवोपपन्नः पक्षप्रतिपक्षपरिग्रहः वादः ॥ १ ॥ {वादलक्षणम्} | + | विमृश्य पक्षप्रतिपक्षाभ्यां अर्थावधारणं निर्णयः ॥ ४१ ॥ {निर्णयलक्षणम्} |
− | ; 11. '''जल्पः ॥ Jalpa (Disputations)''': यथोक्तोपपन्नः छलजातिनिग्रहस्थानसाधनोपालम्भः जल्पः ॥ २ ॥ {जल्पलक्षणम्} | + | ; 10. '''वादः ॥ Vada (Debate)''': |
− | ; 12. '''वितण्डा ॥ Vitanda (Destructive Criticism)''': सः प्रतिपक्षस्थापनाहीनः वितण्डा ॥ ३ ॥ {वितण्डालक्षणम्} | + | प्रमाणतर्कसाधनोपालम्भः सिद्धान्ताविरुद्धः पञ्चावयवोपपन्नः पक्षप्रतिपक्षपरिग्रहः वादः ॥ १ ॥ {वादलक्षणम्} |
− | ; 13. '''हेत्वाभासः ॥ Hetvabhasa (Fallacy)''' : सव्यभिचारविरुद्धप्रकरणसमसाध्यसमकालातीताः हेत्वाभासाः ॥ ४ ॥ {हेत्वाभासौद्देशसूत्रम्} अनैकान्तिकः सव्यभिचारः ॥ ५ ॥ {सव्यभिचारलक्षणम्} सिद्धान्तं अभ्युपेत्य तद्विरोधी विरुद्धः ॥ ६ ॥ {विरुद्धलक्षणम्} यस्मात्प्रकरणचिन्ता सः निर्णयार्थमपदिष्टः प्रकरणसमः ॥ ७ ॥ {प्रकरणसमलक्षणम्} साध्याविशिष्टः साध्यत्वात्साध्यसमः ॥ ८ ॥ {साध्यसमलक्षणम्} कालात्ययापदिष्टः कालातीतः ॥ ९ ॥ {कालातीतलक्षणम्} | + | ; 11. '''जल्पः ॥ Jalpa (Disputations)''': |
− | ; 14. '''च्छलः ॥ Chhala (Quibble)''': वचनविघातः अर्थविकल्पोपपत्त्या छलम् ॥ १० ॥ {छललक्षणम्} तत्त्रिविधं वाक्छलं सामान्यच्छलं उपचारच्छलं च इति ॥ ११ ॥ {छलभेदौद्देशसूत्रम्} अविशेषाभिहिते अर्थे वक्तुः अभिप्रायातर्थान्तरकल्पना वाक्छलम् ॥ १२ ॥ {वाक्छललक्षणम्} सम्भवतः अर्थस्य अतिसामान्ययोगातसम्भूतार्थकल्पना सामान्यच्छलम् ॥ १३ ॥ {सामान्यच्छललक्षणम्} धर्मविकल्पनिर्देशे अर्थसद्भावप्रतिषेधः उपचारच्छलम् ॥ १४ ॥ {उपचारच्छललक्षणम्} वाक्छलं एव उपचारच्छलं ततविशेषात् ॥ १५ ॥ {उपचारच्छलपूर्वपक्षलक्षणम्} न ततर्थान्तरभावात् ॥ १६ ॥ {उपचारच्छललक्षणम्} अविशेषे वा किञ्चित्साधर्म्यातेकच्छलप्रसङ्गः ॥ १७ ॥ {उपचारच्छललक्षणम्} | + | यथोक्तोपपन्नः छलजातिनिग्रहस्थानसाधनोपालम्भः जल्पः ॥ २ ॥ {जल्पलक्षणम्} |
− | ; 15. '''जातिः ॥ Jati (Refutation)''': साधर्म्यवैधर्म्याभ्यां प्रत्यवस्थानं जातिः ॥ १८ ॥ {जातिलक्षणम्} | + | ; 12. '''वितण्डा ॥ Vitanda (Destructive Criticism)''': |
− | ; 16. '''निग्रहस्थान ॥ Nigrahasthana (Points of opponent's defeat)''' : विप्रतिपत्तिः अप्रतिपत्तिः च निग्रहस्थानम् ॥ १९ ॥ {निग्रहस्थानलक्षणम्} तद्विकल्पात्जातिनिग्रहस्थानबहुत्वम् ॥ २० ॥ {निग्रहस्थानबहुत्वसूत्रम्} | + | सः प्रतिपक्षस्थापनाहीनः वितण्डा ॥ ३ ॥ {वितण्डालक्षणम्} |
| + | ; 13. '''हेत्वाभासः ॥ Hetvabhasa (Fallacy)''' : |
| + | सव्यभिचारविरुद्धप्रकरणसमसाध्यसमकालातीताः हेत्वाभासाः ॥ ४ ॥ {हेत्वाभासौद्देशसूत्रम्} अनैकान्तिकः सव्यभिचारः ॥ ५ ॥ {सव्यभिचारलक्षणम्} सिद्धान्तं अभ्युपेत्य तद्विरोधी विरुद्धः ॥ ६ ॥ {विरुद्धलक्षणम्} यस्मात्प्रकरणचिन्ता सः निर्णयार्थमपदिष्टः प्रकरणसमः ॥ ७ ॥ {प्रकरणसमलक्षणम्} साध्याविशिष्टः साध्यत्वात्साध्यसमः ॥ ८ ॥ {साध्यसमलक्षणम्} कालात्ययापदिष्टः कालातीतः ॥ ९ ॥ {कालातीतलक्षणम्} |
| + | ; 14. '''च्छलः ॥ Chhala (Quibble)''': |
| + | वचनविघातः अर्थविकल्पोपपत्त्या छलम् ॥ १० ॥ {छललक्षणम्} तत्त्रिविधं वाक्छलं सामान्यच्छलं उपचारच्छलं च इति ॥ ११ ॥ {छलभेदौद्देशसूत्रम्} अविशेषाभिहिते अर्थे वक्तुः अभिप्रायातर्थान्तरकल्पना वाक्छलम् ॥ १२ ॥ {वाक्छललक्षणम्} सम्भवतः अर्थस्य अतिसामान्ययोगातसम्भूतार्थकल्पना सामान्यच्छलम् ॥ १३ ॥ {सामान्यच्छललक्षणम्} धर्मविकल्पनिर्देशे अर्थसद्भावप्रतिषेधः उपचारच्छलम् ॥ १४ ॥ {उपचारच्छललक्षणम्} वाक्छलं एव उपचारच्छलं ततविशेषात् ॥ १५ ॥ {उपचारच्छलपूर्वपक्षलक्षणम्} न ततर्थान्तरभावात् ॥ १६ ॥ {उपचारच्छललक्षणम्} अविशेषे वा किञ्चित्साधर्म्यातेकच्छलप्रसङ्गः ॥ १७ ॥ {उपचारच्छललक्षणम्} |
| + | ; 15. '''जातिः ॥ Jati (Refutation)''': |
| + | साधर्म्यवैधर्म्याभ्यां प्रत्यवस्थानं जातिः ॥ १८ ॥ {जातिलक्षणम्} |
| + | ; 16. '''निग्रहस्थान ॥ Nigrahasthana (Points of opponent's defeat)''' : |
| + | विप्रतिपत्तिः अप्रतिपत्तिः च निग्रहस्थानम् ॥ १९ ॥ {निग्रहस्थानलक्षणम्} तद्विकल्पात्जातिनिग्रहस्थानबहुत्वम् ॥ २० ॥ {निग्रहस्थानबहुत्वसूत्रम्} |
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