Changes

Jump to navigation Jump to search
editing content
Line 2: Line 2:  
{{ToBeEdited}}
 
{{ToBeEdited}}
   −
 
+
काशी में केदार, विश्वेश्वर और ओंकार ये तीन खण्ड हैं। त्रिशूल के जो तीन नोंक हैं वही काशी के तीन खण्ड हैं।
 
  −
<big>काशी</big> में केदार, विश्वेश्वर और ओंकार ये तीन खण्ड हैं। त्रिशूल के जो तीन नोंक हैं वही काशी के तीन खण्ड हैं।
      
1. केदार खण्ड ( श्री गौरी केदारेश्वर) केदारनाथ।( उत्तराखंड के प्रतिनिधि)
 
1. केदार खण्ड ( श्री गौरी केदारेश्वर) केदारनाथ।( उत्तराखंड के प्रतिनिधि)
Line 17: Line 15:     
== श्रीविश्वेश्वरस्वरूपात्मकअङ्गयात्रा ==
 
== श्रीविश्वेश्वरस्वरूपात्मकअङ्गयात्रा ==
<blockquote>सर्वेषामपि लिङ्गानां मौलित्वं कृत्तिवाससम् । ओंकारेशः शिखा ज्ञेया लोचनानि त्रिलोचनः॥
+
<blockquote>[[File:Shiva Anga Yatra.jpeg|thumb]]सर्वेषामपि लिङ्गानां मौलित्वं कृत्तिवाससम् । ओंकारेशः शिखा ज्ञेया लोचनानि त्रिलोचनः॥
    
गोकर्ण भारभुतेशौ  तत्कर्णौ  परिकिर्तितौ। विश्वेश्वरा अविमुक्तौ च द्वावैतौ दक्षिणौकरौ॥
 
गोकर्ण भारभुतेशौ  तत्कर्णौ  परिकिर्तितौ। विश्वेश्वरा अविमुक्तौ च द्वावैतौ दक्षिणौकरौ॥
924

edits

Navigation menu