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=== संक्रान्ति (मकर संक्रान्ति) ===
 
=== संक्रान्ति (मकर संक्रान्ति) ===
जब माघ मास में सूर्य मकर राशि पर आये, तब उस दिन तथा उस समय की संक्रान्ति प्रवेश काल और संक्रान्ति वाहते हैं। अंग्रेजी तारीख के हिसाब से यह हमेशा 14 जनवरी को मनायी जाती है। इस दिन गंगा या यमुना में स्नान करें। ब्राह्मण तथा देवर्षि नारद के भिखारियों को यथाश्रद्धा दान दें। संक्रान्ति के 1-2 दिन पहले बायना निकालने के लिये सफेद तिल, काले तिल, चून और मूंग की दाल के लडडू बनायें। काले तिल के लड्डूओं पर दक्षिणा रखकर संक्रान्ति के दिन ब्राह्मणों को दे दें। संक्रान्ति के एक दिन पहले अपने हाथों में मेहंदी लगायें और संक्रान्ति के दिन गंगास्नान करें। बायना काढने के लिये जितने चाहे उतने सफेद तिल के और दाल के लड्डू लें और उन पर रुपये रखकर तथा हाथ फेरकर अपनी सासुजी को पांव छूकर दे दें। गरीबों और ब्राह्मणों के लिये खिचड़ी दान करें। इसके अलावा श्रद्धानुसार जो भी वस्तु चाहे चौदह वस्तु लेकर उन पर हाथ फेर दें। इन चौदह वस्तुओं को चाहे तो ब्राह्मणों को दे दें। चाहे तो अपने रिश्तेदारों नन्द, जेठानी, दौरानी आदि को भेज दें। जैसा भी उचित समझे। जितनी चीजों का बायना निकालना हो तो उतनी चीजों और रुपये लड़कियों को वायना काढ़कर उनकी ससुराल भेज दें। संक्रान्ति के 360
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जब माघ मास में सूर्य मकर राशि पर आये, तब उस दिन तथा उस समय की संक्रान्ति प्रवेश काल और संक्रान्ति वाहते हैं। अंग्रेजी तारीख के हिसाब से यह हमेशा 14 जनवरी को मनायी जाती है। इस दिन गंगा या यमुना में स्नान करें। ब्राह्मण तथा देवर्षि नारद के भिखारियों को यथाश्रद्धा दान दें। संक्रान्ति के 1-2 दिन पहले बायना निकालने के लिये सफेद तिल, काले तिल, चून और मूंग की दाल के लडडू बनायें। काले तिल के लड्डूओं पर दक्षिणा रखकर संक्रान्ति के दिन ब्राह्मणों को दे दें। संक्रान्ति के एक दिन पहले अपने हाथों में मेहंदी लगायें और संक्रान्ति के दिन गंगास्नान करें। बायना काढने के लिये जितने चाहे उतने सफेद तिल के और दाल के लड्डू लें और उन पर रुपये रखकर तथा हाथ फेरकर अपनी सासुजी को पांव छूकर दे दें। गरीबों और ब्राह्मणों के लिये खिचड़ी दान करें। इसके अलावा श्रद्धानुसार जो भी वस्तु चाहे चौदह वस्तु लेकर उन पर हाथ फेर दें। इन चौदह वस्तुओं को चाहे तो ब्राह्मणों को दे दें। चाहे तो अपने रिश्तेदारों नन्द, जेठानी, दौरानी आदि को भेज दें। जैसा भी उचित समझे। जितनी चीजों का बायना निकालना हो तो उतनी चीजों और रुपये लड़कियों को वायना काढ़कर उनकी ससुराल भेज दें। संक्रान्ति के 360 नेग होते हैं। इन्हें किसी वृद्ध स्त्री से पूछकर कर लें। जिस लड़की की शादी इसी साल हुई हो उस लड़की को उसी साल घाट-पाट सी बना 2 कोठी मुददी 3 चूड़ियां मुट्ठी का नियम करें। दूसरे वर्ष उस लड़की से उजमन करायें और उसकी ससुराल लड्डू, रुपये भेज दें। लड़की विवाह की साल संक्रान्ति के दिन लड़की की ससुराल सब तरह के लड्डू, साड़ी, सोने की चूड़ी आदि भेजकर उस लड़की से उजमन करायें। लड़की सब सामान का बायना काढ़कर अपनी सासुजी को पैर छूकर दें। बायने में रुपये भी रखें। संक्रान्ति के दिन विवाहित लड़की व्रत करें। व्रतों का सामान पीहर वाले लड़की की ससुराल भेजे ।
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=== शीतला छठ ===
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यह माघ मास की कृष्ण पक्ष की षष्ठी को आती है। इस दिन कुत्ते को दूध और रोली से टीका करके उसको ठंडे-ठंडे पकवान खिलायें। व्रत रखने वाली स्त्रियां ठन्डे पानी में स्नान कर, ठन्डा भोजन करे और अन्य व्यक्तियों को भी ठन्डा भोजन दें। यह व्रत अधिकतर बंगाल में किया जाता है। इस व्रत को विधिपूर्वक करने से आयु बढ़ती है।
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==== शीतला छठ की कथा- ====
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एक गांव में एक सेठ और सेठानी रहते थे। उनके सात पुत्र और सात पुत्री थीं। उसके सभी बच्चों का विवाह हो गया था। एक दिन ठसने गर्म पानी से स्नान कर गर्म ही भोजन किया। ऐसा करने से उसके सभी बच्चों की मृत्यु एक साथ ही हो गई। सेठानी बहुत रोई परन्तु सब व्यर्थ। जब रात्रि में वह सोई थी, तब एक बुढ़िया ने उसे जगाकर कहा-हे सेठानी! कल तूने गर्म पानी से स्नान किया, गर्म भोजन खाया जिस कारण तेरे साथ ये सब हुआ। मैं शीतला माता हूँ यदि कल सुबह तू व्रत रखकर कुत्ते के दही, रोली से टीका लगाकर उसे ठन्डे पकवान खिलायेगी, तो तेरे घर के सभी जीवित हो जायेंगे। सेठानी ने दूसरे दिन ऐसा  ही किया और उसके घर के सभी जीवित हो गये। इसलिए इसे शीतला छठ कहते है ।
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=== मौनी अमावस्या ===
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माघ मास की अमावस्या को मौनी अमावस्या कहते हैं, इस दिन प्राणी पूरे दिन चुप रहता है। यह व्रत एक दिन, छ: महीने या एक साल जब तक रखना चाहें रख सकते हैं। इस व्रत को धारण करने से मुनि पद की प्राप्ति होती है; अर्थात् अगले जन्म में मुनि कहलाने के अधिकारी हो जाते हैं, अन्त समय में ब्रह्मलोक की भी प्राप्ति होती है। इस दिन युग प्रवर्तक मनुजी का जन्म दिवस है। इसलिए इस दिन उनकी याद में मौन धारण करना चाहिये।
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