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* [[Vishnu Purana]]
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* १. अर्जुन विषाद – ४७
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* [[Naradiya Purana]]
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* २. सांख्य – ७२
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* [[Srimad Bhagavata Purana]]
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*३. कर्म – ४३
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* [[Garuda (Suparna) Purana]]
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*४. ज्ञानकर्मसंन्यास – ४२
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* [[Padma Purana]]
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*५. कर्मसंन्यास – २९
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* [[Varaha Purana]]
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*६. आत्मसंयम – ४७
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* [[Brahma Purana]]
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*७. ज्ञानविज्ञान ३०
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* [[Brahmanda Purana]]
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*८. अक्षर ब्रह्म – २८
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* [[Brahma Vaivarta Purana]]
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*९. राजविद्याराजगृह्य -३८
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* [[Markandeya Purana]]
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*१०. विभूति - ४२
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* [[Bhavishya Purana]]
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*११. विश्वरूपदर्शन – ५५
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* [[Vamana Purana]]
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*१२. भक्तियोग २०
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* [[Matsya Purana]]
+
*१३. क्षेत्र क्षेत्रज्ञ विभाग -३८
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* [[Kurma Purana]]
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*१४. गुणत्रयविभाग - २७
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* [[Linga Purana]]
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*१५. पुरूषोत्तम – २०
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* [[Siva Purana]]
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*१६. दैवासुरसम्पदविभाग –२८
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* [[Skanda Purana]]
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*१७. श्रद्धात्रयविभाग – २८
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* [[Agni Purana]]
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*१८. मोक्षसंन्यास – ७८ }}
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१. अर्जुन विषाद – ४७
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२. सांख्य – ७२
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३. कर्म – ४३
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४. ज्ञानकर्मसंन्यास – ४२,
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५. कर्मसंन्यास – २९
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६. आत्मसंयम – ४७
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७. ज्ञानविज्ञान ३०
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८. अक्षर ब्रह्म – २८
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९. राजविद्याराजगृह्य -३८
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१०. विभूति - ४२
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११. विश्वरूपदर्शन – ५५
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१२. भक्तियोग २०
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१३. क्षेत्र क्षेत्रज्ञ विभाग -३८
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१४. गुणत्रयविभाग - २७
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१५. पुरूषोत्तम – २०
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१६. दैवासुरसम्पदविभाग –२८
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१७. श्रद्धात्रयविभाग – २८
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१८. मोक्षसंन्यास – ७८
वेद के मोटे मोटे ३ भाग हैं । ज्ञानकाण्ड, कर्मकांड और उपासनाकाण्ड । उपनिषद् ज्ञानकाण्ड हैं याने वेदों का ज्ञानात्मक हिस्सा हैं । वेद भारतीय ज्ञानधारा के सोत और सत्य ज्ञान के ग्रन्थ हैं । १२० उपनिषदों में से १० मुख्य उपनिषद हैं । इन सभी उपनिषदों का सार गीता है ।
वेद के मोटे मोटे ३ भाग हैं । ज्ञानकाण्ड, कर्मकांड और उपासनाकाण्ड । उपनिषद् ज्ञानकाण्ड हैं याने वेदों का ज्ञानात्मक हिस्सा हैं । वेद भारतीय ज्ञानधारा के सोत और सत्य ज्ञान के ग्रन्थ हैं । १२० उपनिषदों में से १० मुख्य उपनिषद हैं । इन सभी उपनिषदों का सार गीता है ।