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| {| class="wikitable" | | {| class="wikitable" |
| !S. No. | | !S. No. |
− | !Upaveda Name | + | !Sahitya (साहित्य) |
− | !Concerned with | + | !Elements of Sahitya |
− | !Associated with Veda | + | !Remarks |
| |- | | |- |
− | |1 | + | |१ |
− | |Ayurveda | + | |वेद |
− | |Science of Health and Life | + | |ऋग्वेद, यजुर्वेद, सामवेद,अथर्ववेद |
− | |Atharva Veda | + | |<nowiki>अपौरुषेय / समाधि अवस्था में प्रकट हुए|</nowiki> |
| |- | | |- |
− | |2 | + | |२ |
− | |Dhanurveda | + | |उपवेद |
− | |Science of Warfare / Martial Arts | + | |ऋग्वेद: आयुर्वेद; यजुर्वेद: धनुर्वेद; |
− | |Rig Veda | + | सामवेद: गांधर्ववेद; अथर्ववेद: शिल्पशास्त्र/अर्थशास्त्र |
| + | | |
| |- | | |- |
− | |3 | + | |३ |
− | |Sthapatya Veda or Shilpa Veda | + | |[[Shad Vedangas (षड्वेदाङ्गानि)|वेदांग]] |
− | |Science of Engineering and Architecture | + | |शिक्षा, कल्प, व्याकरण, निरुक्त, छंद, ज्योतिष |
− | |Yajur Veda | + | शिक्षा: पाणिनीय शिक्षा, नारदीय शिक्षा, याज्ञवल्क्य शिक्षा, व्यास शिक्षा |
| + | |
| + | कल्पसूत्र: श्रौतसूत्र, गृह्यसूत्र, धर्मसूत्र, शूल्बसूत्र |
| + | | |
| + | |- |
| + | |४ |
| + | |[[Brahmana (ब्राह्मणम्)|ब्राह्मण]] |
| + | |ऋग्वेद:शांखायन, कौषीतकी, ऐतरेय |
| + | यजुर्वेद: कृष्ण यजुर्वेद – तैत्तिरीय ब्राह्मण; शुक्ल यजुर्वेद – शतपथ ब्राह्मण |
| + | | |
| + | |- |
| + | |५ |
| + | |[[Aranyaka (आरण्यकम्)|आरण्यक]] |
| + | |बृहदारण्यक, तैत्तिरीय, ऐतरेय, कौषीतकी |
| + | | |
| + | |- |
| + | |६ |
| + | |[[Upanishads|उपनिषद]] |
| + | (मुख्य १०) |
| + | |ऋग्वेद: ऐतरेय |
| + | यजुर्वेद: शुक्ल यजुर्वेद – ईशावास्य, बृहदारण्यक; कृष्ण यजुर्वेद – कठ, तैत्तिरीय |
| + | |
| + | सामवेद: केन, छान्दोग्य |
| + | |
| + | अथर्ववेद: प्रश्न, मुण्डक, माण्डुक्य |
| + | | |
| + | |- |
| + | |७ |
| + | |पुराण |
| + | |विष्णुपुराण, नारदपुराण, भागवतपुराण, गरुडपुराण, वराहपुराण, पद्मपुराण, मत्स्यपुराण, कूर्मपुराण, लिंगपुराण, शिवपुराण, |
| + | स्कन्दपुराण, अग्निपुराण, ब्रह्मपुराण, ब्रह्माण्डपुराण, ब्रह्मवैवर्तपुराण, मार्कंडेयपुराण, भविष्यपुराण, वामनपुराण |
| + | | |
| + | |- |
| + | |८ |
| + | |धर्मसूत्र |
| + | |ऋग्वेद: आश्वलायन, सांख्यायन, |
| + | यजुर्वेद: (शुक्ल) - कात्यायन, (कृष्ण) – मानवधर्मसूत्र, बौधायन, भारद्वाज, आपस्तम्ब, हिरण्यकेशी/सत्याशाढ |
| + | |
| + | सामवेद: मटक, लाटयायन, द्राह्यायण |
| + | |
| + | अथर्ववेद: कौशिक, वैतान |
| + | | |
| + | |- |
| + | |९ |
| + | |गृह्यसूत्र |
| + | (कुल १६) |
| + | |बौधायन, आपस्तम्ब, सत्याशाढ, द्राह्यायण, शांडिल्य, आश्वलायन, शाम्भव, कात्यायन, वैखानस, शौनाकीय, भारद्वाज, अग्निवेश्य, |
| + | जैमिनीय, माध्यन्दिन, कौडिण्य, कौषीतकी |
| + | | |
| + | |- |
| + | |१० |
| + | |शुल्ब सूत्र |
| + | |बौधायन |
| + | | |
| |- | | |- |
− | |4 | + | |११ |
− | |Gandharva Veda | + | |दर्शन |
− | |Music, poetry and dance | + | |आस्तिक(वेदप्रामाण्य): ([[Shad Darshanas (षड्दर्शनानि)|षड दर्शन]]) |
− | |Sama Veda | + | सांख्य, वैशेषिक, न्याय, मीमांसा, योग, उत्तर मीमांसा/ वेदान्त |
| + | | |
| |- | | |- |
| |4* | | |4* |
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| |Public administration, governance, economy and polity | | |Public administration, governance, economy and polity |
| |Yajur Veda | | |Yajur Veda |
| + | |- |
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| |} | | |} |
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− | १. वेद : १.१ ऋग्वेद १.२ यजुर्वेद १.३ सामवेद १.४ अथर्ववेद -अपौरुषेय/समाधी अवस्था में प्रकट हुए|
| + | ७. ७.१ |
− | २. उपवेद २.१ ऋग्वेद–आयुर्वेद २.२ यजुर्वेद–धनुर्वेद २.३ सामवेद–गांधर्ववेद २.४ अथर्ववेद – शिल्पशास्त्र/अर्थशास्त्र
| + | ८. ८.१ |
− | ३. वेदांग ३.१ शीक्षा ३.२ कल्प ३.३ व्याकरण ३.४ निरुक्त ३.५ छंद ३.६ ज्योतिष ३.१ शीक्षा ३.१.१ पाणिनीय शिक्षा ३.१.२ नारदीय शिक्षा ३.१.३ याज्ञवल्क्य शिक्षा ३.१.४ व्यासशिक्षा ३.२ कल्पसूत्र ३.२.१ श्रौतसूत्र ३.२.२ गृह्यसूत्र ३.२.३ धर्मसूत्र ३.२.४ शूल्बसूत्र
| + | ९. |
− | ४. ब्राह्मण ४.१ ऋग्वेद ४.१.१ शांखायन ४.१.२ कौषीतकी ४.१.३ ऐतरेय
| + | १०. शूल्बसूत्र |
− | ४.२ यजुर्वेद ४.२.१ कृष्ण यजुर्वेद – तैत्तिरीय ब्राह्मण ४.२.२ शुक्ल यजुर्वेद – शतपथ ब्राह्मण
| + | ११. ११.१ |
− | ५. आरण्यक ५.१ बृहदारण्यक ५.२ तैत्तिरीय ५.३ ऐतरेय ५.४ कौषीतकी
| |
− | ६. उपनिषद(मुख्य १०) ६.१ ऋग्वेद - ऐतरेय
| |
− | ६.२ यजुर्वेद ६.२.१ शुक्ल यजुर्वेद – ६.२.१.१ ईशावास्य ६.२.१.२ बृहदारण्यक
| |
− | ६.२.२ कृष्ण यजुर्वेद – ६.२.२.१ कठ ६.२.२.२ तैत्तिरीय
| |
− | ६.३ सामवेद ६.३.१ केन ६.३.२ छान्दोग्य
| |
− | ६.४ अथर्ववेद ६.४.१ प्रश्न ६.४.२ मुण्डक ६.४.३ माण्डुक्य
| |
− | ७. पुराण ७.१ विष्णुपुराण ७.२ नारदपुराण ७.३ भागवतपुराण ७.४ गरुडपुराण ७.५ वराहपुराण ७.६ पद्मपुराण ७.७ मत्स्यपुराण ७.८ कूर्मपुराण ७.९ लिंगपुराण ७.१० शिवपुराण ७.११ स्कन्दपुराण ७.१२ अग्निपुराण ७.१३ ब्रह्मपुराण ७.१४ ब्रह्माण्डपुराण ७.१५ ब्रह्मवैवर्तपुराण ७.१६ मार्कंडेयपुराण ७.१७ भविष्यपुराण ७.१८ वामनपुराण
| |
− | ८. धर्मसूत्र ८.१ ऋग्वेद ८.१.१ आश्वलायन ८.१.२ सांख्यायन ८.२ यजुर्वेद ८.२.१ शुक्ल - कात्यायन ८.२.२ कृष्ण – ८.२.२.१ मानवधर्मसूत्र ८.२.२.२ बौधायन ८.२.२.३ भारद्वाज ८.२.२.४ आपस्तम्ब ८.२.२.५ हिरण्यकेशी/सत्याशाढ ८.३ सामवेद ८.३.१ मटक ८.३.२ लाटयायन ८.३.३ द्राह्यायण ८.४ अथर्ववेद ८.४.१ कौशिक ८.४.२ वैतान | |
− | ९. गृह्यसूत्र ९.१ बौधायन ९.२ आपस्तम्ब ९.३ सत्याशाढ ९.४ द्राह्यायण ९.५ शांडिल्य ९.६ आश्वलायन ९.७ शाम्भव ९.८ कात्यायन ९.९ वैखानस ९.१० शौनाकीय ९.११ भारद्वाज ९.१२ अग्निवेश्य ९.१३ जैमिनीय ९.१४ माध्यन्दिन ९.१५ कौडिण्य ९.१६ कौषीतकी | |
− | १०. शूल्बसूत्र बौधायन | |
− | ११. दर्शन ११.१ आस्तिक(वेदप्रामाण्य) ११.१.१ सांख्य ११.१..२ वैशेषिक ११.१.३ न्याय ११.१.४ मीमांसा ११.१.५ योग ११.१.६ उत्तर मीमांसा/ वेदान्त | |
| ११.२ नास्तिक ११.२.१ चार्वाक ११.२.२ बौद्ध ११.२.३ जैन | | ११.२ नास्तिक ११.२.१ चार्वाक ११.२.२ बौद्ध ११.२.३ जैन |
| आस्तिक और नास्तिक दर्शन यह भेद अंग्रेजों का निर्माण किया हुआ है| वास्तव में चार्वाक छोड़कर शेष सभी दर्शन वैदिक दर्शन ही हैं| | | आस्तिक और नास्तिक दर्शन यह भेद अंग्रेजों का निर्माण किया हुआ है| वास्तव में चार्वाक छोड़कर शेष सभी दर्शन वैदिक दर्शन ही हैं| |