हिन्दू जीवन एक सुखी, समृद्ध, सुसंस्कृत जीवन होता है। एेसे जीवन के लिए हमारे पूर्वजौ ने समाज को एक व्यापक संगठन प्रणाली मेँ बाधा था। कुटुब भावना, प्रेम, सहानुभूति, परस्पर विश्वास की व्यावहारिक अभिव्यक्ति ही आध्यात्मिक जीवन है। एक ओर स्नेहपूर्णं आध्यात्मिक जीवन जीते हूए दूसरी ओर अभ्युदय याने भौतिक समृद्धि के लिए किए गए पुरुषार्थ के कारण ही भारत सोने की चिड़िया' भी था। | हिन्दू जीवन एक सुखी, समृद्ध, सुसंस्कृत जीवन होता है। एेसे जीवन के लिए हमारे पूर्वजौ ने समाज को एक व्यापक संगठन प्रणाली मेँ बाधा था। कुटुब भावना, प्रेम, सहानुभूति, परस्पर विश्वास की व्यावहारिक अभिव्यक्ति ही आध्यात्मिक जीवन है। एक ओर स्नेहपूर्णं आध्यात्मिक जीवन जीते हूए दूसरी ओर अभ्युदय याने भौतिक समृद्धि के लिए किए गए पुरुषार्थ के कारण ही भारत सोने की चिड़िया' भी था। |