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{{One source|date=April 2021}}
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संविधान के द्वारा अल्पसंख्यकों को अपने जीवन की शिक्षा का प्रावधान किया गया है। यह इसलिए था कि मान लिया गया था कि सामान्य सभी विद्यालयों में भारतीयता की, धार्मिक रीति के अनुरूप शिक्षा तो दी ही जाएगी<ref>दिलीप केलकर, भारतीय शिक्षण मंच</ref>। लेकिन प्रत्यक्ष में ऐसा नहीं हो रहा है।
 
संविधान के द्वारा अल्पसंख्यकों को अपने जीवन की शिक्षा का प्रावधान किया गया है। यह इसलिए था कि मान लिया गया था कि सामान्य सभी विद्यालयों में भारतीयता की, धार्मिक रीति के अनुरूप शिक्षा तो दी ही जाएगी<ref>दिलीप केलकर, भारतीय शिक्षण मंच</ref>। लेकिन प्रत्यक्ष में ऐसा नहीं हो रहा है।
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६. धर्म की समझ। शरीरधर्म, पुत्रधर्म, पड़ोसी धर्म, उपर्युक्त सभी में धर्म का महत्व समझाना।
 
६. धर्म की समझ। शरीरधर्म, पुत्रधर्म, पड़ोसी धर्म, उपर्युक्त सभी में धर्म का महत्व समझाना।
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[[Category: पाठ्यक्रम निर्माण]]

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