नगरद्वय राजस्थान के प्रमुख नगरहैं और राजपूतीइतिहास के साक्षी हैं। यहाँ (कोटा) का पुराना राजवंश वल्लभ सम्प्रदाय में दीक्षित रहा है। अतः यहाँ वल्लभ सम्प्रदाय के कई पुराने व सुन्दर मन्दिर हैं।पुराने किले में भी मधुरेश, श्री नवनीतप्रिया, बालकृष्ण आदि मन्दिरहैं। नगर के पूर्व में किशोर सागर नामक पवित्र सरोवर हैं। भीमताल, क्षेमकरी देवी मन्दिर, रामेश्वर आदि बून्दी के समीपवर्ती धार्मिक स्थान हैं। | नगरद्वय राजस्थान के प्रमुख नगरहैं और राजपूतीइतिहास के साक्षी हैं। यहाँ (कोटा) का पुराना राजवंश वल्लभ सम्प्रदाय में दीक्षित रहा है। अतः यहाँ वल्लभ सम्प्रदाय के कई पुराने व सुन्दर मन्दिर हैं।पुराने किले में भी मधुरेश, श्री नवनीतप्रिया, बालकृष्ण आदि मन्दिरहैं। नगर के पूर्व में किशोर सागर नामक पवित्र सरोवर हैं। भीमताल, क्षेमकरी देवी मन्दिर, रामेश्वर आदि बून्दी के समीपवर्ती धार्मिक स्थान हैं। |