## गर्भधारणा से पहले कुछ मास तक पति और पत्नी दोनों ने कठोर ब्रह्मचर्य का पालन करना। ऐसा करने से माता का और पिता का दोनों का ओज बढ़ता है। पत्नी जब नौकरी नहीं करती उसे अन्य पुरुषों का सहवास नहीं मिलता। ऐसी स्त्रियों को ब्रह्मचर्य पालन कम कठिन होता है। समय का सार्थक उपयोग करने के लिए घर में अकेली माँ को निश्चय की आवश्यकता होती है। समय का सार्थक उपयोग करने के लिए संयुक्त परिवार में कई अच्छे अच्छे तरीके होते हैं। जैसे भजन मण्डली, कथाकथन, घर के काम, सिलाई, बुनाई आदि। अतः संयुक्त परिवारों में तो ब्रह्मचर्य पालन और भी कम कठिन होता है। | ## गर्भधारणा से पहले कुछ मास तक पति और पत्नी दोनों ने कठोर ब्रह्मचर्य का पालन करना। ऐसा करने से माता का और पिता का दोनों का ओज बढ़ता है। पत्नी जब नौकरी नहीं करती उसे अन्य पुरुषों का सहवास नहीं मिलता। ऐसी स्त्रियों को ब्रह्मचर्य पालन कम कठिन होता है। समय का सार्थक उपयोग करने के लिए घर में अकेली माँ को निश्चय की आवश्यकता होती है। समय का सार्थक उपयोग करने के लिए संयुक्त परिवार में कई अच्छे अच्छे तरीके होते हैं। जैसे भजन मण्डली, कथाकथन, घर के काम, सिलाई, बुनाई आदि। अतः संयुक्त परिवारों में तो ब्रह्मचर्य पालन और भी कम कठिन होता है। |