१६. एक और निर्धन, असंस्कारी और दूसरी ओर अति धनवान और असंस्कारी युवक लडकियों को छेडते हैं । इन पर पुलीस की या न्यायालय की खास कुछ नहीं चलती । इन पर नियन्त्रण करना, उन्हें ऐसे कामों से परावृत्त करना भी सामाजिक संस्थाओं का काम है । | १६. एक और निर्धन, असंस्कारी और दूसरी ओर अति धनवान और असंस्कारी युवक लडकियों को छेडते हैं । इन पर पुलीस की या न्यायालय की खास कुछ नहीं चलती । इन पर नियन्त्रण करना, उन्हें ऐसे कामों से परावृत्त करना भी सामाजिक संस्थाओं का काम है । |