11. भिक्षा, समिधा, दान और गुरुदक्षिणा शिक्षक और विद्यार्थी के योगक्षेम के साधन हैं; शुल्क और वेतन नहीं । शिक्षक और विद्यार्थी भिक्षा मांगते हैं, शिष्य समीत्पाणि होकर शिक्षा ग्रहण करने के लिए आता है, अध्ययन पूर्ण होने पर गुरुदक्षिणा देता है, समाज और राज्य दान देते हैं । यही शिक्षाक्षेत्र का अर्थव्यवहार है । | 11. भिक्षा, समिधा, दान और गुरुदक्षिणा शिक्षक और विद्यार्थी के योगक्षेम के साधन हैं; शुल्क और वेतन नहीं । शिक्षक और विद्यार्थी भिक्षा मांगते हैं, शिष्य समीत्पाणि होकर शिक्षा ग्रहण करने के लिए आता है, अध्ययन पूर्ण होने पर गुरुदक्षिणा देता है, समाज और राज्य दान देते हैं । यही शिक्षाक्षेत्र का अर्थव्यवहार है । |