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{{One source|date=April 2020}}
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विश्व में आज 'राष्ट्र' (Nation), राष्ट्रीयता (Nationalism), राष्ट्रों का अस्तित्व और अस्मिता बड़ी चर्चा के विषय हैं । विश्वशांति की भी बात बहुत होती है, सब विश्वशांति चाहते भी हैं, परंतु उस दिशा में आशा जनक वातावरण कहीं नहीं दिखता है। राष्ट्रों के बीच में परस्पर स्पर्धा और कभी कभी इर्ष्या भी देखने को मिलती है। कुछ शक्तिसंपन्न राष्ट्र विश्वमें अपना आधिपत्य स्थापित करने में लगे हैं इसलिये सभी राष्ट्रों के नेता शांति की भाषा बोलने पर भी शांति की स्थापना असंभव सी लगती है।
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विश्व में आज 'राष्ट्र' (Nation), राष्ट्रीयता (Nationalism), राष्ट्रों का अस्तित्व और अस्मिता बड़ी चर्चा के विषय हैं । विश्वशांति की भी बात बहुत होती है, सब विश्वशांति चाहते भी हैं, परंतु उस दिशा में आशा जनक वातावरण कहीं नहीं दिखता है। राष्ट्रों के मध्य में परस्पर स्पर्धा और कभी कभी इर्ष्या भी देखने को मिलती है। कुछ शक्तिसंपन्न राष्ट्र विश्वमें अपना आधिपत्य स्थापित करने में लगे हैं इसलिये सभी राष्ट्रों के नेता शांति की भाषा बोलने पर भी शांति की स्थापना असंभव सी लगती है।
इसलिये वास्तव में राष्ट्रवाद का क्या अर्थ है यह समझने के लिये राष्ट्रों के उदय तथा विकास के बारे में मूल रूप से सोचना आवश्यक हो जाता है। भारत के विषय में सोचना है तो विदेशी इतिहासकारों ने भारत प्राचीन राष्ट्र नहीं है ऐसा सिद्ध करने के लिये कई तर्कबद्ध प्रयास भले ही किये हों परंतु भारत में निर्विवाद रूप से प्राचीन काल से ही राष्ट्रभावना अपने श्रेष्ठ स्तर पर रही है।
इसलिये वास्तव में राष्ट्रवाद का क्या अर्थ है यह समझने के लिये राष्ट्रों के उदय तथा विकास के बारे में मूल रूप से सोचना आवश्यक हो जाता है। भारत के विषय में सोचना है तो विदेशी इतिहासकारों ने भारत प्राचीन राष्ट्र नहीं है ऐसा सिद्ध करने के लिये कई तर्कबद्ध प्रयास भले ही किये हों परंतु भारत में निर्विवाद रूप से प्राचीन काल से ही राष्ट्रभावना अपने श्रेष्ठ स्तर पर रही है।
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== धार्मिक राष्ट्रवाद ==
== धार्मिक राष्ट्रवाद ==
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धर्म के आधार पर राष्ट्र का निर्माण भी हुआ है। मध्य पूर्व देशों में अधिक मुसलमान (इस्लाम मतावलम्बी) हैं। इस्लाम पंथ भी देश, सीमा मानता नहीं है। परंतु अनेक वर्ष खलीफा को सारे इस्लाम देशों का राजा मानकर चलने के बाद भी जब राष्ट्रीय भावना जाग्रत हुई तब अनेक राष्ट्रों (नेशन्स) का जन्म और विकास हुआ । इरान इराक अलग हैं और दोनों के बीच शत्रुता है। पाकिस्तान- इरान, पाकिस्तान - अफ्घानिस्तान तथा जॉर्डन - पेलेस्टाईन और इजिप्त - पेलेस्टाईन सब के बीच में शत्रुता है। सब अलग राष्ट्र हैं, नेशन्स हैं।
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धर्म के आधार पर राष्ट्र का निर्माण भी हुआ है। मध्य पूर्व देशों में अधिक मुसलमान (इस्लाम मतावलम्बी) हैं। इस्लाम पंथ भी देश, सीमा मानता नहीं है। परंतु अनेक वर्ष खलीफा को सारे इस्लाम देशों का राजा मानकर चलने के बाद भी जब राष्ट्रीय भावना जाग्रत हुई तब अनेक राष्ट्रों (नेशन्स) का जन्म और विकास हुआ । इरान इराक अलग हैं और दोनों के मध्य शत्रुता है। पाकिस्तान- इरान, पाकिस्तान - अफ्घानिस्तान तथा जॉर्डन - पेलेस्टाईन और इजिप्त - पेलेस्टाईन सब के मध्य में शत्रुता है। सब अलग राष्ट्र हैं, नेशन्स हैं।
== पश्चिमी जगत में राष्ट्र (नेशन) का स्वरूप ==
== पश्चिमी जगत में राष्ट्र (नेशन) का स्वरूप ==