उस दानी व्यक्ति ने साधू की बहुत सेवा की | साधू उसकी दानवीरता और सेवा पर प्रसन्न हो गये और दानी व्यक्ति को कहा मै तुमारी सेवा से प्रसन्न हूँ | तुम मुझसे जो आशीर्वाद मागों गे ओ कभी असफल नहीं होगा |आप सवार्थ भाव से माँगा तो कभी पूरा नहीं होगा | | उस दानी व्यक्ति ने साधू की बहुत सेवा की | साधू उसकी दानवीरता और सेवा पर प्रसन्न हो गये और दानी व्यक्ति को कहा मै तुमारी सेवा से प्रसन्न हूँ | तुम मुझसे जो आशीर्वाद मागों गे ओ कभी असफल नहीं होगा |आप सवार्थ भाव से माँगा तो कभी पूरा नहीं होगा | |