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दानी व्यक्ति ने साधू से कहा मै निस्वार्थ भाव से मागूंगा  | दानी व्यक्ति ने साधू से एसा आशीर्वाद  माँगा  की मेरे पास इतनी संपत्ति आए की मेरे हाथों द्वारा गरीबों को दान मिले |कुछ दिन बाद दानी व्यक्ति  गरीब हो गया | अब उस दानी व्यक्ति की एसी हालत हो गई की जो दुसरे लोग दान देकर जाते थे उसी से उसका गुजरा चलता था |
 
दानी व्यक्ति ने साधू से कहा मै निस्वार्थ भाव से मागूंगा  | दानी व्यक्ति ने साधू से एसा आशीर्वाद  माँगा  की मेरे पास इतनी संपत्ति आए की मेरे हाथों द्वारा गरीबों को दान मिले |कुछ दिन बाद दानी व्यक्ति  गरीब हो गया | अब उस दानी व्यक्ति की एसी हालत हो गई की जो दुसरे लोग दान देकर जाते थे उसी से उसका गुजरा चलता था |
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बेताल  ने विक्रम को कहानी सुनने के बाद एक प्रसन पूछा  की परमज्ञानी साधू का आशीर्वाद सत्य क्यों नही हुआ
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बेताल  ने विक्रम को कहानी सुनने के बाद एक प्रसन पूछा  की परमज्ञानी साधू का आशीर्वाद सत्य क्यों नही हुआ क्या उस साधू को  वरदान देने की सिद्धि नही प्राप्त थी क्या ?अगर तुमने इस प्रश्न का उत्तर जानते हुई भी उत्तर नही दिया तो तुम्हारे सर के सौ टुकड़े होकर तुम्हारे कदमों में गिर जायेंगे |
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विक्रम ने उत्तर दिया की दानी व्यक्ति निस्वार्थ भाव से आशीर्वाद नही माँगा इस लिए साधू का आशीर्वाद असफल हो गया |
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