Line 50: |
Line 50: |
| किस प्रकार प्राप्त कर सकता है । | | किस प्रकार प्राप्त कर सकता है । |
| | | |
− | शिक्षक के गुण | + | == शिक्षक के गुण == |
− | | |
| एक व्यक्ति को शिक्षक बनने के लिये उसे स्वयं में | | एक व्यक्ति को शिक्षक बनने के लिये उसे स्वयं में |
| | | |
Line 58: |
Line 57: |
| कौनसे होते हैं ? | | कौनसे होते हैं ? |
| | | |
− | १, विद्यार्थी परायणता :
| + | === विद्यार्थी परायणता === |
− | | |
| शिक्षक ज्ञानवान तो होता ही है क्योंकि वह ज्ञान के | | शिक्षक ज्ञानवान तो होता ही है क्योंकि वह ज्ञान के |
| | | |
Line 124: |
Line 122: |
| आवश्यकता होती है । | | आवश्यकता होती है । |
| | | |
− | २. ज्ञान परायणता
| + | === ज्ञान परायणता === |
− | | |
| जीवन में ज्ञान को सर्वोपरि स्थान देने वाला, ज्ञान को | | जीवन में ज्ञान को सर्वोपरि स्थान देने वाला, ज्ञान को |
| | | |
Line 146: |
Line 143: |
| है । ज्ञान प्राप्त करना उसके जीवन का लक्ष्य होता है । | | है । ज्ञान प्राप्त करना उसके जीवन का लक्ष्य होता है । |
| | | |
− | ३. आचार परायणता
| + | === आचार परायणता === |
− | | |
| विद्यार्थी को ज्ञान हस्तांतरित करने के लिये शिक्षक | | विद्यार्थी को ज्ञान हस्तांतरित करने के लिये शिक्षक |
| | | |
Line 204: |
Line 200: |
| होना चाहिये । | | होना चाहिये । |
| | | |
− | ४. धर्म परायणता
| + | === धर्म परायणता === |
− | | |
| एक वाक्य में कहें तो शिक्षा धर्म सिखाती है । हम | | एक वाक्य में कहें तो शिक्षा धर्म सिखाती है । हम |
| | | |
Line 226: |
Line 221: |
| पर्व ४ : शिक्षक, विद्यार्थी एवं अध्ययन | | पर्व ४ : शिक्षक, विद्यार्थी एवं अध्ययन |
| | | |
− | ५. समाज परायणता
| + | === समाज परायणता === |
− | | |
| शिक्षक विद्यार्थी के साथ साथ समाज भी सुस्थिति में | | शिक्षक विद्यार्थी के साथ साथ समाज भी सुस्थिति में |
| | | |
Line 264: |
Line 258: |
| बनाता है । | | बनाता है । |
| | | |
− | शिक्षक का व्यक्तित्व | + | == शिक्षक का व्यक्तित्व == |
− | | |
| शिक्षक के व्यक्तित्व में ये सभी गुण आयें और शिक्षा | | शिक्षक के व्यक्तित्व में ये सभी गुण आयें और शिक्षा |
| | | |
Line 388: |
Line 381: |
| अच्छे शिक्षक प्राप्त होने की पूरी संभावना रहती है । | | अच्छे शिक्षक प्राप्त होने की पूरी संभावना रहती है । |
| | | |
− | वर्तमान समय में हम क्या करें | + | == वर्तमान समय में हम क्या करें == |
− | | |
| अभी हमने जिस व्यवस्था की चर्चा की वह प्राचीन | | अभी हमने जिस व्यवस्था की चर्चा की वह प्राचीन |
| | | |
Line 464: |
Line 456: |
| का समावेश होना चाहिये । | | का समावेश होना चाहिये । |
| | | |
− | शिक्षक शिक्षा का पाठ्यक्रम | + | == शिक्षक शिक्षा का पाठ्यक्रम == |
− | | |
| समाजजीवन में शिक्षा का अत्यन्त महत्त्वपूर्ण स्थान | | समाजजीवन में शिक्षा का अत्यन्त महत्त्वपूर्ण स्थान |
| | | |
Line 519: |
Line 510: |
| | | |
| प्रकार विचार करना चाहिये ... | | प्रकार विचार करना चाहिये ... |
− | | + | # समग्र विकास प्रतिमान : सर्व प्रथम एक शिक्षक को |
− | १, समग्र विकास प्रतिमान : सर्व प्रथम एक शिक्षक को
| |
− | | |
| समग्र विकास प्रतिमान की समझ होना आवश्यक है । | | समग्र विकास प्रतिमान की समझ होना आवश्यक है । |
| | | |