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४. विद्यालय भवन की दीवारें कोरी-रोती हुई न हों, वरन् चित्रों से, सुभाषितों से, जानकारियों से भरी हुईं अर्थात् हँसती हुई होनी चाहिए ।
४. विद्यालय भवन की दीवारें कोरी-रोती हुई न हों, वरन् चित्रों से, सुभाषितों से, जानकारियों से भरी हुईं अर्थात् हँसती हुई होनी चाहिए ।
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निष्कर्ष : विद्यालय की सम्पूर्ण व्यवस्थाएँ एवं
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निष्कर्ष : विद्यालय की सम्पूर्ण व्यवस्थाएँ एवं वातावरण में भारतीय संस्कृति एवं आध्यात्मिकता झलकनी
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वातावरण में भारतीय संस्कृति एवं आध्यात्मिकता झलकनी
चाहिए । विद्यालय भवन की वास्तुकला, साज-सज्जा,
चाहिए । विद्यालय भवन की वास्तुकला, साज-सज्जा,
शिष्टाचार, भाषा, रीति-नीति, पर्म्पराएँ, छात्रों एवं शिक्षकों
शिष्टाचार, भाषा, रीति-नीति, पर्म्पराएँ, छात्रों एवं शिक्षकों
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मिलना परम आवश्यक है ।
मिलना परम आवश्यक है ।
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विद्यालय का भवन
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=== विद्यालय का भवन ===
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१ . विद्यालय का भवन बनाते समय सुविधा की दृष्टि
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9. विद्यालय का भवन बनाते समय सुविधा की दृष्टि
से किन किन बातों का ध्यान रकना चाहिये ?
से किन किन बातों का ध्यान रकना चाहिये ?
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2. विद्यालय के भवन में विद्यालय की शैक्षिक दृष्टि
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२. विद्यालय के भवन में विद्यालय की शैक्षिक दृष्टि
किस प्रकार से प्रतिबिम्बित होती है ?
किस प्रकार से प्रतिबिम्बित होती है ?
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3. विद्यालय का भवन एवं पर्यावरण
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३. विद्यालय का भवन एवं पर्यावरण
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विद्यालय का भवन एवं शरीरस्वास्थ्य इन सब
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४. विद्यालय का भवन एवं शरीरस्वास्थ्य इन सब बातों का क्या सम्बन्ध हैं ?
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बातों का क्या सम्बन्ध हैं ?
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५. विद्यालय का भवन एवं मनोस्वास्थ्य
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५... विद्यालय का भवन एवं मनोस्वास्थ्य
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६. विद्यालय का भवन एवं संस्कृति
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६... विद्यालय का भवन एवं संस्कृति
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9. विद्यालय का भवन कम खर्च में एवं अधिक
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टिकाऊ बने इस दृष्टि से कौन कौन सी बातों का
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७. विद्यालय का भवन कम खर्च में एवं अधिक टिकाऊ बने इस दृष्टि से कौन कौन सी बातों का ध्यान रखना चाहिये ?
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ध्यान रखना चाहिये ?
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