Line 2: |
Line 2: |
| | | |
| === विद्यालय की भौतिक एवं आर्थिक व्यवस्थाएँ === | | === विद्यालय की भौतिक एवं आर्थिक व्यवस्थाएँ === |
− | शिक्षा का भौतिकीकरण यह आज की समस्या है । भौतिक पक्ष | + | शिक्षा का भौतिकीकरण यह आज की समस्या है । भौतिक पक्ष सर्वाधिक महत्त्वपूर्ण बन जाते हैं और प्राणवान प्रक्रियाओं और तत्त्वों को भी अपने ही जैसा जड बनाने का प्रयास करते हैं । इस तथ्य को लेकर आज सब त्रस्त हो गये हैं । भारतीय मानस शिक्षा को जिस रूप में समझता है, जिस रूप की अपेक्षा करता है इससे यह वर्तमान स्थिति सर्वथा विपरीत है । आवश्यकता है शिक्षा का प्राणतत्त्व कैसे बलवान बने इसका विचार करने की । इसके लिये हमें भौतिक व्यवस्थाओं को भी शैक्षिक दृष्टि से देखना होगा । भौतिक |
− | सर्वाधिक महत्त्वपूर्ण बन जाते हैं और प्राणवान प्रक्रियाओं और तत्त्वों को भी | + | व्यवस्थाओं को शैक्षिक प्रक्रियाओं से अलग कर उनका स्वतन्त्र विचार करने से बात नहीं बनेगी । भौतिक व्यवस्थाओं का शैक्षिक दृष्टि से निरूपण करने का प्रयास इस पर्व में किया गया है । |
− | अपने ही जैसा जड बनाने का प्रयास करते हैं । इस तथ्य को लेकर आज सब | |
− | aed हो गये हैं । भारतीय मानस शिक्षा को जिस रूप में समझता है, जिस रूप
| |
− | की अपेक्षा करता है इससे यह वर्तमान स्थिति सर्वथा विपरीत है । आवश्यकता | |
− | है शिक्षा का प्राणतत्त्व कैसे बलवान बने इसका विचार करने की । इसके लिये | |
− | हमें भौतिक व्यवस्थाओं को भी शैक्षिक दृष्टि से देखना होगा । भौतिक | |
− | व्यवस्थाओं को शैक्षिक प्रक्रियाओं से अलग कर उनका स्वतन्त्र विचार करने | |
− | से बात नहीं बनेगी । भौतिक व्यवस्थाओं का शैक्षिक दृष्टि से निरूपण करने | |
− | का प्रयास इस पर्व में किया गया है । | |
| | | |
− | शिक्षा जिसका नियमन करती है ऐसे अर्थ ने स्वयं शिक्षा को ही | + | शिक्षा जिसका नियमन करती है ऐसे अर्थ ने स्वयं शिक्षा को ही कैसे जकड लिया है इसका विचार करने पर स्थिति अत्यन्त विषम है यह बात ध्यान में आती है । अतः शिक्षा को प्रथम तो अर्थ के नियमन से मुक्त करना होगा, बाद में वह मुक्ति का मार्ग दिखायेगी । अर्थ के चंगुल से शिक्षा को कैसे मुक्त किया जा सकता है इसका विचार यहाँ किया गया है । इस विचार को अधिक मुखर, अधिक व्यापक बनाने की आवश्यकता है इसका भी संकेत किया गया है । |
− | कैसे जकड लिया है इसका विचार करने पर स्थिति अत्यन्त विषम है यह बात | |
− | ध्यान में आती है । अतः शिक्षा को प्रथम तो अर्थ के नियमन से मुक्त करना | |
− | होगा, बाद में वह मुक्ति का मार्ग दिखायेगी । अर्थ के चंगुल से शिक्षा को कैसे | |
− | मुक्त किया जा सकता है इसका विचार यहाँ किया गया है । इस विचार को | |
− | | |
− | a
| |
− | | |
− | अधिक मुखर, अधिक व्यापक बनाने की आवश्यकता है इसका भी संकेत | |
− | | |
− | किया गया है । | |
| | | |
− |
| |
| | | |
| | | |
Line 139: |
Line 120: |
| ............. page-232 ............. | | ............. page-232 ............. |
| | | |
− |
| + | |
− |
| |
| | | |
| (४) विद्यालयीन व्यवस्था शास्त्रानुसार हो | | (४) विद्यालयीन व्यवस्था शास्त्रानुसार हो |
Line 234: |
Line 214: |
| ............. page-233 ............. | | ............. page-233 ............. |
| | | |
− |
| + | |
− |
| |
| | | |
| पर्व ४ : विद्यालय की भौतिक एवं आर्थिक व्यवस्थाएँ | | पर्व ४ : विद्यालय की भौतिक एवं आर्थिक व्यवस्थाएँ |
Line 292: |
Line 271: |
| भारतीय शिक्षा के व्यावहारिक आयाम | | भारतीय शिक्षा के व्यावहारिक आयाम |
| | | |
− |
| + | |
− |
| |
| | | |
| विज्ञान कहता है कि ठंडी हवा... विचार नहीं किया जाता । निर्माण पूर्ण होने के पश्चात् उसे | | विज्ञान कहता है कि ठंडी हवा... विचार नहीं किया जाता । निर्माण पूर्ण होने के पश्चात् उसे |
Line 386: |
Line 364: |
| माता का मंदिर होना चाहिए । प्रतिदिन की वन्दना | | माता का मंदिर होना चाहिए । प्रतिदिन की वन्दना |
| | | |
− |
| + | |
− |
| |
| | | |
| २... विद्यालय प्रारम्भ होने से पूर्व, मध्यावकाश में एवं | | २... विद्यालय प्रारम्भ होने से पूर्व, मध्यावकाश में एवं |
Line 444: |
Line 421: |
| भारतीय शिक्षा के व्यावहारिक आयाम | | भारतीय शिक्षा के व्यावहारिक आयाम |
| | | |
− |
| + | |
− |
| |
| | | |
| ८... विद्यालय के भवन F आचार्य का संबंध नित्य विद्यालय भवन से होता है | | ८... विद्यालय के भवन F आचार्य का संबंध नित्य विद्यालय भवन से होता है |
Line 543: |
Line 519: |
| BWW | | BWW |
| | | |
− |
| + | |
− |
| |
| | | |
| | | |
Line 590: |
Line 565: |
| ............. page-238 ............. | | ............. page-238 ............. |
| | | |
− |
| + | |
− |
| |
| | | |
| भारतीय शिक्षा के व्यावहारिक आयाम | | भारतीय शिक्षा के व्यावहारिक आयाम |
Line 686: |
Line 660: |
| RR’ | | RR’ |
| | | |
− |
| + | |
− |
| |
| | | |
| प्रश्न १० - कक्षा का वातावरण | | प्रश्न १० - कक्षा का वातावरण |
Line 731: |
Line 704: |
| ............. page-240 ............. | | ............. page-240 ............. |
| | | |
− |
| + | |
− |
| |
| | | |
| संस्कार नहीं बन पाते । पहले छात्रों को | | संस्कार नहीं बन पाते । पहले छात्रों को |
Line 864: |
Line 836: |
| र२५ | | र२५ |
| | | |
− |
| + | |
− |
| |
| | | |
| | | |
Line 912: |
Line 883: |
| ............. page-242 ............. | | ............. page-242 ............. |
| | | |
− |
| + | |
− |
| |
| | | |
| भारतीय शिक्षा के व्यावहारिक आयाम | | भारतीय शिक्षा के व्यावहारिक आयाम |
Line 1,014: |
Line 984: |
| २२७ | | २२७ |
| | | |
− |
| + | |
− |
| |
| | | |
| विचार करना चाहिये... | | विचार करना चाहिये... |
Line 1,058: |
Line 1,027: |
| ............. page-244 ............. | | ............. page-244 ............. |
| | | |
− |
| + | |
− |
| |
| | | |
| भारतीय शिक्षा के व्यावहारिक आयाम | | भारतीय शिक्षा के व्यावहारिक आयाम |
Line 1,163: |
Line 1,131: |
| BW | | BW |
| | | |
− |
| + | |
− |
| |
| | | |
| हरियाली नहीं, पौधे नहीं, फलों से भरे | | हरियाली नहीं, पौधे नहीं, फलों से भरे |
Line 1,206: |
Line 1,173: |
| ............. page-246 ............. | | ............. page-246 ............. |
| | | |
− |
| + | |
− |
| |
| | | |
| g. | | g. |