Line 277:
Line 277:
[[File:C 10 .png|left|frameless|733x733px]]
[[File:C 10 .png|left|frameless|733x733px]]
−
[[File:C 11 .png|thumb|646x646px]]
+
[[File:C 11 .png|thumb|646x646px]]
−
−
३...
[[File:C 12 .png|left|thumb|787x787px]]
[[File:C 12 .png|left|thumb|787x787px]]
Line 287:
Line 285:
[[File:D .png|left|frame]]
[[File:D .png|left|frame]]
−
............. page-145 .............
+
.............
−
−
पर्व ३ : विद्यालय की शैक्षिक व्यवस्थाएँ
−
−
कया हम नहीं जानते कि हम उपयोग करते हैं ऐसी. साथ मन, वाणी, विचार, दृष्टिकोण को
−
−
सेंकड़ों वस्तुरयें प्रदूषण करती हैं ? इसका प्रथम उपाय करना... प्रदूषित करने वाले तामसी आहार उच्छृूखल व्यवहार,
−
−
चाहिये । संकुचित विचार, झूठे अहंकार आदि पर नियन्त्रण प्राप्त करने
−
−
२. इन उपायों को करने के बाद ही आगे मानसिक... की आवश्यकता है । हमें गणित में अच्छे अंक चाहिये, हमें
−
−
प्रदूषण का विचार करना चाहिये । अपने विद्यार्थी मेडिकल आदि पाठ्यक्रमों में प्रवेश प्राप्त करें,
−
−
मन को बहकाने वाली बातें चारों ओर हों तब मन कैसे... बड़े बड़े वैज्ञानिक, उद्योजक, अधिकारी आदि हों इसकी
−
−
Bed हो सकता है ? अमर्याद इच्छायें, उनकी पूर्ति के लिये... महत्वाकांक्षा रहती है परन्तु मूल में सज्जन, विचारशील,
−
−
किये जने वाले प्रयास, हल्का और सस्ता मनोरंजन, कभी शान्त..... सदाचारी, सद्बुद्धियुक्त हों इसकी ओर हमारा ध्यान नहीं
−
−
न होने वाली लालसायें, स्वार्थ, लालच आदि हमें असंस्कारी... रहता । व्यक्ति ऐसा कैसे बनेगा इसकी अनेक स्थानों पर
−
−
बनाते हैं । अनेक सन्दर्भों में, अनेक लोगों ने बातें कही ही हैं । हम वो
−
−
हमें विद्यार्थियों को मन को वश में करने के उपाय बताने... नहीं जानते हैं ऐसा भी नहीं है । परन्तु विद्यालय चलाने वाले
−
−
चाहिये । लोभ, लालच, ईर्ष्या, ट्रेष आदि पर नियन्त्रण करना... संचालक, शिक्षक, अभिभावक सब सही रास्ता अपनाने से
−
−
सिखाना चाहिये । ये हमारे शत्रु हैं जो संस्कारों का नाश करते... चूक जाते हैं, डरते हैं, सहम जाते हैं ।
−
−
हैं । इन्हीं से हिंसा फैलती है, शत्रुता पनपती है, अनेक प्रकार अतः वास्तव में साहस करने की आवश्यकता है ।
−
−
के अनाचार होते हैं । हमारे पास मार्गदर्शन की कमी नहीं है परन्तु मार्ग पर चलने
−
−
क्या मोबाइल और मोटरबाइक से निर्माण होने वाला... से ही लक्ष्य नजदीक आता है और मार्ग पर चलना हमें
−
−
प्रदूषण पानी के प्रदूषण से कम घातक है ? नहीं, उल्टे अधिक... होता है, अन्य किसी को नहीं ।
−
−
घातक है । परन्तु हम इन्हें विकास का लक्षण मानते हैं ।
−
−
क्या हम देख नहीं रहे हैं कि मोबाइल के कारण हमारी पर्यावरण प्रतिज्ञा - १
−
−
स्मरणशक्ति बहुत कम हो गई है ? क्या नेट पर सर्च कर,
−
−
धरती हमारी माता है । हम इसकी संतान हैं ।
−
−
जानकारी डाउनलोड कर, कटू एण्ड पेस्ट की चातुरी अपनाकर
−
−
पीएचडी प्राप्त होने की सुविधा के चलते हमारी चिन्तन प्रक्रिया धरतीमाता हमे अन्न देती है |
−
−
अत्यन्त सतही हो गई है ? अतिशय स्वार्थी बनकर हमारे धरतीमाता a oe देती है ।
−
−
परिवार, धर्म, ज्ञान आदि को बाजार में ला दिया है । यह हम धरतीमाता हमें आश्रय देती है ।
−
−
नहीं जानते ? यह सारा सांस्कृतिक पर्यावरण का प्रदूषण है जो धरतीमाता हमारी सभी आवश्यकताएँ पूरी करती है ।
−
−
पंचमहाभूतों के प्रदूषण से अनेक गुणा घातक है । इसलिए
−
−
हम सदैव इसका रक्षण करेंगे ।
−
−
प्रदूषण से बचने हेतु मन की शिक्षा हम धरतीमाता के प्रदूषण को रोकेंगे ।
−
−
इससे बचने की योजना बनानी चाहिये । हम रासायनिक खाद का
−
−
वास्तव में मन की शिक्षा इसी प्रदूषण से बचने के लिये उपयोग कभी नहीं करेंगे ।
−
−
है । हमारे अशिक्षित असंस्कृत मन के कारण ही प्रदूषण बढ़ाने
−
−
वाली वस्तुओं का भरपूर प्रयोग करते करते हम प्रदूषण दूर करने
−
−
के उपायों की चर्चा करते हैं ।
−
−
अतः पानी, हवा, भूमि का प्रदूषण करनेवाले डिटर्जेण्ट,
−
−
प्लास्टिक, पेट्रोल, सिमेण्ट, विभिन्न रसायनों से मुक्ति के साथ धरती माता की जय |
−
−
हम प्लास्टिक का कूड़ा जमीन में नहीं गाड़ेंगे ।
−
−
हम धरती माता को बंजर नहीं बनाएँगे ।
−
−
हम रसायनयुक्त पानी जमीन में नहीं जाने देंगे ।
−
−
श्२९
−
−
............. page-146 .............
−
−
L a /
−
−
eee DDBABBALY
−
−
Lf fNAALZS
−
−
LVN LNANZ\
−
−
AVA AV AN
−
−
SA
−
−
पर्यावरण प्रतिज्ञा - २
−
−
जल ही जीवन है ।
−
−
जल से मनुष्य जीवित रहते हैं ।
−
−
जल से वृक्ष जीवित रहते हैं ।
−
−
जल से प्राणी जीवित रहते हैं ।
−
−
इसलिए
−
−
हम जल की रक्षा करेंगे ।
−
−
हम जल के प्रदूषण को रोकेंगे ।
−
−
हम जल में रसायन नहीं मिलाएंगे ।
−
−
हम जलका दुरुपयोग नहीं करेंगे ।
−
−
हम जल को गंदा नहीं करेंगे ।
−
−
हम पानी के नल खुले नहीं छोड़ेंगे ।
−
−
हम नालियों को कूडे से नहीं भरने देंगे ।
−
−
हम जल को गड़ूठों में नहीं जमा होने देंगे ।
−
−
जल देवता की जय ।
−
−
पर्यावरण प्रतिज्ञा - ३
−
−
वायु सभी का प्राण है ।
−
−
वायु से मनुष्य जीवित रहते हैं ।
−
−
वायु से प्राणी जीवित रहते हैं ।
−
−
वायु से स्वास्थ्य बना रहता है ।
−
−
वायु जगत का आधार है ।
−
−
इसलिए
−
−
हम वायु का प्रदूषण कभी होने नहीं देंगे ।
−
−
हम वायु को हमेशा शुद्ध रखेंगे ।
−
−
हम वृक्ष उगाएंगे और उनका पालन करेंगे ।
−
−
हम रसायनों का धुँआ छोड़नेवाले
−
−
कारखाने नहीं चलाएंगे ।
−
−
हम धुआँ उगलते वाहन नहीं चलाएँगे ।
−
−
हम नित्य अग्निहोत्र करेंगे ।
−
−
वायुदेवता की जय ।
−
−
१३०
−
−
भारतीय शिक्षा के व्यावहारिक आयाम
−
−
पर्यावरण प्रतिज्ञा - ४
−
−
ध्वनि नादब्रह्म है ।
−
−
नादब्रह्म हमें शांति देता है ।
−
−
नादब्रह्म हमें सुख देता है ।
−
−
नादब्रह्म हमें ज्ञान देता है ।
−
−
नादब्रह्म हमें संस्कार देता है ।
−
−
इसलिए
−
−
हम ध्वनि प्रदूषण नहीं होने देंगे ।
−
−
हम रेडियो धीमी आवाज़ से चलाएँगे ।
−
−
हम टी.वी. धीमी आवाज़ से चलाएँगे ।
−
−
हम लाउडस्पीकरों का उपयोग कम से कम करेंगे ।
−
−
हम शोरगुल नहीं करेंगे ।
−
−
हम वाहनों के कर्कश होर्न को
−
−
बदल देंगे ।
−
−
हम नित्य 3£कार का उच्चारण करेंगे ।
−
−
नादब्रह्म को प्रणाम
−
−
पर्यावरण प्रतिज्ञा - ५
−
−
मनुष्य विचारशील प्राणी है ।
−
−
मनुष्य को अच्छे विचार करने चाहिए |
−
−
अच्छे विचारों से हम अच्छे बनेंगे ।
−
−
अच्छे विचारों से हम दूसरों का भला कर सकेंगे ।
−
−
इसलिए
−
−
हम विचारों का प्रदूषण रोकेंगे ।
−
−
हम अच्छे विचार करेंगे ।
−
−
हम अच्छी पुस्तकें पढ़ेंगे ।
−
−
हम अच्छे कार्यक्रम देखेंगे ।
−
−
हम अच्छे मित्रों के संग में रहेंगे ।
−
−
हम स्वार्थ का विचार छोडेंगे ।
−
−
हम दूसरों का भला करेंगे ।
−
−
सद्विचार सर्वव्र रहे ।
−
−
............. page-147 .............
−
−
पर्व ३ : विद्यालय की शैक्षिक व्यवस्थाएँ
−
−
पर्यावरण प्रतिज्ञा - ६
−
−
अन्न ब्रह्म है ।
−
−
अन्न देवता है ।
−
−
अन्न से हमारा जीवन टिकता है ।
−
−
अन्न से हमें शक्ति मिलती है ।
−
−
अन्न से हमें संस्कार मिलते हैं ।
−
−
इसलिए
−
−
हम अन्न के प्रदूषण को रोकेंगे ।
−
−
हम अन्न को पतित्र मानेंगे ।
−
−
हम सात्त्विक भोजन करेंगे ।
−
−
हम अन्न में ज़हरीले रसायन नहीं मिलाएँगे ।
−
−
हम बाज़ारु पदार्थ नहीं खाएँगे ।
−
−
हम बासी पदार्थ नहीं खाएँगे ।
−
−
हम तामसी भोजन नहीं करेंगे ।
−
−
हम रासायनिक खाद से पैदा हुए अनाज,
−
−
सब्जियाँ और फल नहीं खाएँगे ।
−
−
हम अन्न का अपव्यय नहीं करेंगे ।
−
−
हम अन्न को गटर में नहीं फेंकेंगे ।
−
−
हम पवित्र होकर, भोग लगाकर,
−
−
नीचे बैठकर भोजन करेंगे ।
−
−
अन्न देवता की जय हो ।
−
−
ae
−
−
LVN DAADAAA
−
−
८ ७
−
−
LAAAA
−
−
Y ४ 3 ५
−
टॉप
+
।
−
a
+
[[File:E .png|frame]]
पर्यावरण प्रतिज्ञा - ७
पर्यावरण प्रतिज्ञा - ७