Line 285: |
Line 285: |
| [[File:C 14 .png|thumb|703x703px]] | | [[File:C 14 .png|thumb|703x703px]] |
| | | |
− | अतः केवल भौतिक नहीं अपितु सांस्कृतिक प्रदूषण के
| + | [[File:D .png|left|frame]] |
− | | |
− | निवारण का भी विचार करना चाहिये ।
| |
− | | |
− | प्लास्टिक की सामग्री के स्थान पर वनस्पतिजन्य साधन-सामग्री पर्यावरण विषयक अधिक चिन्तन करने का यहाँ प्रयोजन
| |
− | | |
− | ही उपयोग में लानी चाहिए । नहीं है । यहाँ केवल व्यावहारिक विचार करना है ।
| |
− | | |
− | छात्रों में पर्यावरण सुरक्षा हेतु वैचारिक जागृति करना तथा १, पानी, भूमि, हवा का प्रदूषण रोकने के छोटे छोटे
| |
− | | |
− | पर्यावरण को हानि पहुँचाने वाली वस्तुओं पर पाबन्दी लगाना । .... परन्तु अतिव्यापक उपाय प्रथम करने चाहिये ।
| |
− | | |
− | डिटर्जेट मुक्त स्वच्छता, प्लास्टिक का मर्यादित उपयोग तथा जैसे कि डिटेजण्ट, पेट्रोल और प्लास्टिक पर्यावरण के
| |
− | | |
− | वायु प्रदूषण, जलप्रदूषण, ध्वनि प्रदूषण के बारे में सावधानी... बड़े शत्रु हैं । वे हमारे घर घर में, दैनन्दिन व्यवहार में कितने
| |
− | | |
− | रखना । ऐसे अनेक उपक्रमों के माध्यम से विद्यार्थी जन... व्याप्त हो गये हैं इसकी गिनती करेंगे तो ध्यान में आयेगा कि
| |
− | | |
− | आन्दोलन चलाकर पर्यावरण की सुरक्षा करें ऐसी योजना... हम इन वस्तुओं का उपयोग जरा भी कम नहीं करते हैं और
| |
− | | |
− | बनानी चाहिए । पर्यावरण की चिन्ता करते हैं । कया विद्यालय के माध्यम से
| |
− | | |
− | हम अपने आप पर नियन्त्रण करने का विचार नहीं करेंगे ?
| |
− | | |
− | विमर्श अपने आप पर नियन्त्रण का काम कठिन अवश्य है परन्तु यह
| |
− | | |
− | पर्यावरण का विचार आजकल केवल प्रदूषण के सन्दर्भ यदि शुरु ही नहीं किया तो इसका निवारण कैसे होगा ?
| |
− | | |
− | श्२्८
| |
| | | |
| ............. page-145 ............. | | ............. page-145 ............. |