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# किसी के हित की लेकिन अहित किसी का नहीं
 
# किसी के हित की लेकिन अहित किसी का नहीं
 
# किसी या कुछ लोगोंं के हित की और कुछ लोगोंं के अहित की
 
# किसी या कुछ लोगोंं के हित की और कुछ लोगोंं के अहित की
इन में पर्यावरण को सुधारने की या पर्यावरण सुरक्षा की सभी बातें सर्वहितकारी होतीं हैं। इसलिये ये करणीय वर्ग में आतीं हैं। इसी तरह पर्यावरण को बिगाडनेवाली सभी बातें सर्व अ-हितकारी होतीं हैं। ये सभी अकरणीय वर्ग में आतीं हैं।
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इन में पर्यावरण को सुधारने की या पर्यावरण सुरक्षा की सभी बातें सर्वहितकारी होतीं हैं। इसलिये ये करणीय वर्ग में आतीं हैं। इसी तरह पर्यावरण को बिगाड़नेवाली सभी बातें सर्व अ-हितकारी होतीं हैं। ये सभी अकरणीय वर्ग में आतीं हैं।
    
जो कृतियाँ एक व्यक्ति के या कुछ लोगोंं के हित में हैं लेकिन जिन के करने से किसी का अहित नहीं होता वे भी करणीय वर्ग में आतीं हैं। जैसे कला साधना, व्यायाम आदि।  
 
जो कृतियाँ एक व्यक्ति के या कुछ लोगोंं के हित में हैं लेकिन जिन के करने से किसी का अहित नहीं होता वे भी करणीय वर्ग में आतीं हैं। जैसे कला साधना, व्यायाम आदि।  
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[[Category:Dharmik Jeevan Pratiman (धार्मिक जीवन प्रतिमान)]]
 
[[Category:Dharmik Jeevan Pratiman (धार्मिक जीवन प्रतिमान)]]
 
[[Category:Dharmik Jeevan Pratiman (धार्मिक जीवन प्रतिमान - भाग २)]]
 
[[Category:Dharmik Jeevan Pratiman (धार्मिक जीवन प्रतिमान - भाग २)]]
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[[Category:Dharmik Jeevan Pratimaan Paathykram]]

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