जो कृतियाँ एक व्यक्ति के या कुछ लोगोंं के हित में हैं लेकिन जिन के करने से किसी का अहित नहीं होता वे भी करणीय वर्ग में आतीं हैं। जैसे कला साधना, व्यायाम आदि। | जो कृतियाँ एक व्यक्ति के या कुछ लोगोंं के हित में हैं लेकिन जिन के करने से किसी का अहित नहीं होता वे भी करणीय वर्ग में आतीं हैं। जैसे कला साधना, व्यायाम आदि। |