Changes

Jump to navigation Jump to search
m
Text replacement - "इसलिए" to "अतः"
Line 137: Line 137:     
== समस्या मूलों की पहचान ==
 
== समस्या मूलों की पहचान ==
एक एक समस्या लेकर अन्य किसी भी प्रकार से बिगाड़ न करते हुए उसका निराकरण अत्यंत कठिन या लगभग असंभव बात है। क्यों कि जीवन टुकड़ों में नहीं जिया जाता। जीवन का हर पहलू दूसरे हर पहलू से प्रत्यक्ष या परोक्ष रूप में जुडा हुआ होता है। इसलिए समास्याओं का समस्यामूलों के आधारपर वर्गीकरण करना होगा। फिर समस्या मूलों को निर्मूल करने के लिए प्रयास करने होंगे। उपर्युक्त समस्याओं की सूची का वर्गीकरण अलग अलग ढँग से किया जा सकता है।  
+
एक एक समस्या लेकर अन्य किसी भी प्रकार से बिगाड़ न करते हुए उसका निराकरण अत्यंत कठिन या लगभग असंभव बात है। क्यों कि जीवन टुकड़ों में नहीं जिया जाता। जीवन का हर पहलू दूसरे हर पहलू से प्रत्यक्ष या परोक्ष रूप में जुडा हुआ होता है। अतः समास्याओं का समस्यामूलों के आधारपर वर्गीकरण करना होगा। फिर समस्या मूलों को निर्मूल करने के लिए प्रयास करने होंगे। उपर्युक्त समस्याओं की सूची का वर्गीकरण अलग अलग ढँग से किया जा सकता है।  
    
एक ढँग के वर्गीकरण से यह ध्यान में आएगा कि ये समस्याएँ मोटा मोटी निम्न दो समस्यामूलों की उपज हैं। धर्म को आई व्यापक ग्लानि की सूचक हैं:
 
एक ढँग के वर्गीकरण से यह ध्यान में आएगा कि ये समस्याएँ मोटा मोटी निम्न दो समस्यामूलों की उपज हैं। धर्म को आई व्यापक ग्लानि की सूचक हैं:

Navigation menu