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आकाश को नित्य माना गया है। आकाश का एक गुण है-शब्द। जैसे आकाश नित्य है वैसे ही उसका गुण-“शब्द” भी नित्य है ।
 
आकाश को नित्य माना गया है। आकाश का एक गुण है-शब्द। जैसे आकाश नित्य है वैसे ही उसका गुण-“शब्द” भी नित्य है ।
 
[[File:आकाश १.१.jpg|center|thumb|आकाश ]]
 
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==== वायु- ====
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आकाश से वायु की उत्पत्ति मानी गई हे। “ आकाशद्वायुः” वायु भी नित्य माना गया है। वायु में अपना गुण स्पर्श तथा आकाश का गुण शब्द रहता है। इस तरह वायु के दो गुण - स्पर्श तथा शब्द नित्य होते है।
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[[File:Capture ४.jpg|center|thumb|वायु ]]
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