शायद इस मुद्दे की विशेष समझ देने की आवश्यकता नहीं पड़ती है। पर्यावरण का प्रदूषण आज वैश्विक समस्या बन गया है। जमीन, पानी एवं हवा का प्रदूषण, ध्वनि प्रदूषण, मानसिक या वैचारिक प्रदूषण एव उसके कारण पैदा होने वाली स्वास्थ्य एवं संस्कृति विषयक गंभीर समस्याओं का हम निरंतर सामना कर रहे हैं। इसका उपाय सर्वस्तर पर करने की आवश्यकता है। सर्वस्तर में विद्यालय का समावेश भी हो हो जाता है। पर्यावरण सुरक्षा के क्रियात्मक उपाय विद्यालय में करना इस पाठ्यक्रम में अभिप्रेत हैं।
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संभवतः इस मुद्दे की विशेष समझ देने की आवश्यकता नहीं पड़ती है। पर्यावरण का प्रदूषण आज वैश्विक समस्या बन गया है। जमीन, पानी एवं हवा का प्रदूषण, ध्वनि प्रदूषण, मानसिक या वैचारिक प्रदूषण एव उसके कारण पैदा होने वाली स्वास्थ्य एवं संस्कृति विषयक गंभीर समस्याओं का हम निरंतर सामना कर रहे हैं। इसका उपाय सर्वस्तर पर करने की आवश्यकता है। सर्वस्तर में विद्यालय का समावेश भी हो हो जाता है। पर्यावरण सुरक्षा के क्रियात्मक उपाय विद्यालय में करना इस पाठ्यक्रम में अभिप्रेत हैं।
=== प्रकृति का परिचय प्राप्त करना ===
=== प्रकृति का परिचय प्राप्त करना ===
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==== चित्रप्रदर्शन ====
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इसी विषय में संबंधित सुंदर, अर्थपूर्ण चित्रों का संग्रह विद्यालय में होना चाहिए। समय समय पर ऐसे चित्रों का प्रदर्शन भी होना चाहिए। पुस्तकालय में बैठकर चित्र देखने के लिए अलग से समय की व्यवस्था करना चाहिए। यहाँ चित्रकथाएँ भी बहुत उपयोगी सिद्ध होती हैं।
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इसी विषय में संबंधित सुंदर, अर्थपूर्ण चित्रों का संग्रह विद्यालय में होना चाहिए। समय समय पर ऐसे चित्रों का प्रदर्शन भी होना चाहिए। पुस्तकालय में बैठकर चित्र देखने के लिए अलग से समय की व्यवस्था करना चाहिए। यहाँ चित्रकथाएँँ भी बहुत उपयोगी सिद्ध होती हैं।