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८. कोई कार्यक्रम या कोई प्रकल्प कितने रूपये के बजेट वाला है इसके आधार पर जाना जाता है। कम बजट वाला कार्यक्रम अपने आप में कम गुणवत्ता वाला बन जाता है । वास्तव में कम खर्च में अधिक भव्य कार्यक्रम करनेवालों को मूल्यांकन में अग्रताक्रम मिलना चाहिये । परन्तु भौतिक वादियों को यह नहीं समझता है ।
 
८. कोई कार्यक्रम या कोई प्रकल्प कितने रूपये के बजेट वाला है इसके आधार पर जाना जाता है। कम बजट वाला कार्यक्रम अपने आप में कम गुणवत्ता वाला बन जाता है । वास्तव में कम खर्च में अधिक भव्य कार्यक्रम करनेवालों को मूल्यांकन में अग्रताक्रम मिलना चाहिये । परन्तु भौतिक वादियों को यह नहीं समझता है ।
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९. प्रतिव्यक्ति आय, देश की कुल मिलाकर आय, ऐसी आय बढाने वाला उत्पादन देश को विकास के ढाँचे में स्थान दिलाने के मापदण्ड होते हैं । कौनसी वस्तु का उत्पादन किया जाता है इससे कोई सम्बन्ध नहीं । उदाहरण शराब, शस्त्र, गोमाँस आदि से आय बढती है तो वे काम के हैं अन्यथा नहीं । भारत के घरों में घर में ही भोजन किया जाता है और होटेल में कम जाया जाता है इसलिये होटेल अधिक नहीं चलते हैं इसलिये देश की कुल आय कम होती है । भारत के घरों में गृहिणियों को भोजन बनाने का पैसा नहीं दिया जाता इसलिये देश की आय कम होती है । देश में यदि लोग बीमार कम होते हों तो अस्पताल और दवाई बाजार कम चलेंगे । परिणाम स्वरूप देश की आय कम होगी । इसका परिणाम यह होगा कि देश विकसित देशों की श्रेणी में न आकर विकासशील देश माना जायेगा क्योंकि विश्व का मानक आज भौतिकता बन गया है। आज भारत विकसित नहीं अपितु विकासशील देश माना जाता है इसका एक कारण तो यही है । देश में अभी भी संस्कृति बची है इसलिये वह विकसित देश नहीं है । भारत को आर्न्तर्राष्ट्रीय मानकों के अनुसार विकसित बनना है तो उसे अपनी संस्कृति छोडनी पडेगी
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९. प्रतिव्यक्ति आय, देश की कुल मिलाकर आय, ऐसी आय बढाने वाला उत्पादन देश को विकास के ढाँचे में स्थान दिलाने के मापदण्ड होते हैं । कौनसी वस्तु का उत्पादन किया जाता है इससे कोई सम्बन्ध नहीं । उदाहरण शराब, शस्त्र, गोमाँस आदि से आय बढती है तो वे काम के हैं अन्यथा नहीं । भारत के घरों में घर में ही भोजन किया जाता है और होटेल में कम जाया जाता है इसलिये होटेल अधिक नहीं चलते हैं इसलिये देश की कुल आय कम होती है । भारत के घरों में गृहिणियों को भोजन बनाने का पैसा नहीं दिया जाता इसलिये देश की आय कम होती है । देश में यदि लोग बीमार कम होते हों तो अस्पताल और दवाई बाजार कम चलेंगे । परिणाम स्वरूप देश की आय कम होगी । इसका परिणाम यह होगा कि देश विकसित देशों की श्रेणी में न आकर विकासशील देश माना जायेगा क्योंकि विश्व का मानक आज भौतिकता बन गया है। आज भारत विकसित नहीं अपितु विकासशील देश माना जाता है इसका एक कारण तो यही है । देश में अभी भी संस्कृति बची है इसलिये वह विकसित देश नहीं है । भारत को आर्न्तर्राष्ट्रीय मानकों के अनुसार विकसित बनना है तो उसे अपनी संस्कृति छोडनी पड़ेगी
    
१०. भारत में इस भौतिकता का प्रभाव फैल रहा है । हम भी भौतिक विकास को ही विकास मानने लगे हैं और ऐसे विकसित होने के लिये प्रयास भी कर रहे हैं । अपनी संस्कृति छोड़ना हमारे लिये सर्वथा सम्भव नहीं होता है, हम इतने अधिक व्यावहारिक और “व्यावसायिक' नहीं होते हैं इसलिये भौतिक “विकास” नहीं कर पाते और विकासशील ही रह जाते हैं । वास्तव में इसे अपना सौभाग्य मानना चाहिये कि भौतिकता के बढ़ते प्रभाव में हम तो अपनी संस्कृति को छोड रहे हैं परन्तु संस्कृति हमें नहीं छोड रही है ।
 
१०. भारत में इस भौतिकता का प्रभाव फैल रहा है । हम भी भौतिक विकास को ही विकास मानने लगे हैं और ऐसे विकसित होने के लिये प्रयास भी कर रहे हैं । अपनी संस्कृति छोड़ना हमारे लिये सर्वथा सम्भव नहीं होता है, हम इतने अधिक व्यावहारिक और “व्यावसायिक' नहीं होते हैं इसलिये भौतिक “विकास” नहीं कर पाते और विकासशील ही रह जाते हैं । वास्तव में इसे अपना सौभाग्य मानना चाहिये कि भौतिकता के बढ़ते प्रभाव में हम तो अपनी संस्कृति को छोड रहे हैं परन्तु संस्कृति हमें नहीं छोड रही है ।

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