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भारत के इस भाग के कई ब्राह्मणों एवं चिकित्सकों के सहयोग से बंगाल में सम्पन्न चेचक की टीकाकरण कार्यवाही का लेखाजोखा यहाँ दिया जा रहा है।
 
भारत के इस भाग के कई ब्राह्मणों एवं चिकित्सकों के सहयोग से बंगाल में सम्पन्न चेचक की टीकाकरण कार्यवाही का लेखाजोखा यहाँ दिया जा रहा है।
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बंगाल में टीकाकरण कार्यक्रम को यहाँ के स्थानीय लोगों में *टीका' नाम से जाना जाता है। जहाँ तक मुझे ज्ञात हुआ है यहाँ यह प्रथा करीब १५० वर्षों से बदस्तूर जारी है। ब्राह्मणों के अभिलेखों के अनुसार कासिम बाजार के रास्ते के लगभग मध्य में गंगा के तट पर अवस्थित एक छोटे से कस्बे चम्पानगर के एक वैद्य धन्वंतरि द्वारा सबसे पहला टीका दिया गया। उनके इस कार्य की दास्तान लोगों के स्मृति पटल पर एक महान कार्य के रूप में अंकित है। इसे एक रहस्यपूर्ण कार्य मानते हुए वे कहते हैं कि ईश्वर ने उन्हें स्वप्न में ऐसा कार्य करने के लिए प्रेरित किया था।
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बंगाल में टीकाकरण कार्यक्रम को यहाँ के स्थानीय लोगोंं में *टीका' नाम से जाना जाता है। जहाँ तक मुझे ज्ञात हुआ है यहाँ यह प्रथा करीब १५० वर्षों से बदस्तूर जारी है। ब्राह्मणों के अभिलेखों के अनुसार कासिम बाजार के रास्ते के लगभग मध्य में गंगा के तट पर अवस्थित एक छोटे से कस्बे चम्पानगर के एक वैद्य धन्वंतरि द्वारा सबसे पहला टीका दिया गया। उनके इस कार्य की दास्तान लोगोंं के स्मृति पटल पर एक महान कार्य के रूप में अंकित है। इसे एक रहस्यपूर्ण कार्य मानते हुए वे कहते हैं कि ईश्वर ने उन्हें स्वप्न में ऐसा कार्य करने के लिए प्रेरित किया था।
    
यह शल्यक्रिया करने कि उनकी पद्धति यह है कि वे इसमें से थोड़ासा मवाद (जब चेचक की फुँसियाँ पकने लगती हैं तथा भर जाती हैं) निकालते हैं तथा इन्हें बड़ी नुकीली पैनी सुई से छेदते हैं। इस तरह से वे इनमें सुई चुभो- चुभोकर असंच्छद पेशी में या कई बार मस्तक के भाग की फुंसियों से मवाद निकालते हैं और उसके बाद उस भाग पर उबले हुए चावल से तैयार किया गया कुछ लेप लगाकर उसे ढक देते हैं।
 
यह शल्यक्रिया करने कि उनकी पद्धति यह है कि वे इसमें से थोड़ासा मवाद (जब चेचक की फुँसियाँ पकने लगती हैं तथा भर जाती हैं) निकालते हैं तथा इन्हें बड़ी नुकीली पैनी सुई से छेदते हैं। इस तरह से वे इनमें सुई चुभो- चुभोकर असंच्छद पेशी में या कई बार मस्तक के भाग की फुंसियों से मवाद निकालते हैं और उसके बाद उस भाग पर उबले हुए चावल से तैयार किया गया कुछ लेप लगाकर उसे ढक देते हैं।

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