# स्वाभाविक, शासनिक और आर्थिक ऐसी तीन प्रकार की स्वतन्त्रताओं को अक्षुण्ण रखने के लिए समाज अपने संगठन और व्यवस्थाएँ निर्माण करता है। | # स्वाभाविक, शासनिक और आर्थिक ऐसी तीन प्रकार की स्वतन्त्रताओं को अक्षुण्ण रखने के लिए समाज अपने संगठन और व्यवस्थाएँ निर्माण करता है। |