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धार्मिक शिक्षा ग्रन्थमाला २
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21:38, 26 October 2020
m
Text replacement - "इसलिए" to "अतः"
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यथासम्भव निरूपण को सरल बनाने का प्रयास भी किया गया है ।
यथासम्भव निरूपण को सरल बनाने का प्रयास भी किया गया है ।
−
कदाचित यह निरूपण संक्षिप्त भी लग सकता है । संक्षिप्त
इसलिए
है
+
कदाचित यह निरूपण संक्षिप्त भी लग सकता है । संक्षिप्त
अतः
है
क्योंकि व्यवहारपक्ष अधिक विस्तार से आना आवश्यक है ।
क्योंकि व्यवहारपक्ष अधिक विस्तार से आना आवश्यक है ।
Line 1,293:
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अभाव में शब्द तो गढ़े जाते हैं परन्तु वे अपेक्षित प्रयोजन
अभाव में शब्द तो गढ़े जाते हैं परन्तु वे अपेक्षित प्रयोजन
−
को पूर्ण कर सर्के ऐसे सार्थक नहीं होते ।
इसलिए
हमने
+
को पूर्ण कर सर्के ऐसे सार्थक नहीं होते ।
अतः
हमने
शब्दावली निश्चित कर उनके अर्थों और सन्दर्भो को स्पष्ट
शब्दावली निश्चित कर उनके अर्थों और सन्दर्भो को स्पष्ट
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