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* स्वयं संख्या बनाकर मौखिक, लिखित गिनती का सघन अभ्यास कराना।
* स्वयं संख्या बनाकर मौखिक, लिखित गिनती का सघन अभ्यास कराना।
* जोड तथा घटाव के तथ्य कंठस्थ कराना।
* जोड तथा घटाव के तथ्य कंठस्थ कराना।
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=== विषय-विज्ञान ===
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==== 1. पदार्थ विज्ञान : ====
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* कुएं की गिरी (घिरनी) का कार्य और उपयोग।
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* प्रकाश- अंधकार, परछाई का विचार।
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* उच्चालन : चिमटा, कैंची, साँणसी. सी-सॉ. बडी झाडू सभी में उच्चालन का
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* उपयोग होता है। उनका निरीक्षण करना, प्रयोग करना।'
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==== 2. खगोल विज्ञान : ====
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* आकाशीय पदार्थों का परिचय (सूर्य,चंद्र तारा,पृथ्वी, आदि की जानकारी, घर में आकाश दर्शन कराना)।
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* रात-दिन, सुबह-शाम क्यों होती है, यह पृथ्वी की गोलाकार आकृति से समझाना।
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* निश्चित वस्तु की परछाई का भिन्न-भिन्न समय पर अवलोकन करना।
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* पंचाग की जानकारी।
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==== 3. भूगोल : ====
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* दिशाओं और कोनों के नाम।
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* प्रतिकृति पर से रेखाचित्र बनाना, रेखाचित्र के आधार पर प्रतिकृति बनाकर देखना।
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* नक्शा अर्थात् क्या? मानचित्र की संकल्पना समझाना।
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* स्वयं के गाँव, स्वयं की तहसील, जिला (मानचित्र के साथ) भौगोलिक स्थानों की जानकारी।
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* छह ऋतुओं का परिचय।
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==== 4. रसायन शास्त्र : ====
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* पुनरावर्तन : मात्रा कम-अधिक करके प्रयोग करके देखना।
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* हल्दी साबन का प्रयोग। - पलाश के फूलों से रंग बनाना।।
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हल्प
==References==
==References==