| Line 268: |
Line 268: |
| | [[File:C 4 .png|left|frameless|531x531px]] | | [[File:C 4 .png|left|frameless|531x531px]] |
| | [[File:C5 .png|right|frameless|528x528px]] | | [[File:C5 .png|right|frameless|528x528px]] |
| − |
| |
| − | ७ न. «९ wo
| |
| − |
| |
| − | om £ ०९
| |
| − |
| |
| − | १२७
| |
| − |
| |
| − | कृत्रिम वस्तुओं से छुटकारा पाने के लिये हम
| |
| − |
| |
| − | क्या कर सकते हैं ?
| |
| − |
| |
| − | ६. विद्यालय में ए.सी., कूलर, फ्रीज, पंखे, वाहन
| |
| − |
| |
| − | आदि के सम्बन्ध में कैसे सोचना चाहिये ?
| |
| − |
| |
| − | प्रश्नावली से प्राप्त उत्तर
| |
| − |
| |
| − | विद्यालय में पर्यावरण सुरक्षा के बारे में वैचारिक
| |
| − |
| |
| − | स्पष्टटा और उस सन्दर्भ में उसे व्यवहार में कैसे लागू कर
| |
| − |
| |
| − | सकते हैं ? यह जानना इस प्रश्नावली का प्रयोजन था ।
| |
| − |
| |
| − | आचार्य प्रशिक्षण वर्ग में सहभागी आचार्यों की इसमें
| |
| − |
| |
| − | सहभागिता रही ।
| |
| − |
| |
| − | प्रश्नावली के प्रथम तीन प्रश्न वैचारिक स्पष्टता हेतु थे ।
| |
| − |
| |
| − | पर्यावरण के सम्बन्ध में स्पष्टता कम और सुरक्षा की समझ
| |
| − |
| |
| − | पर्याप्त है, ऐसे उत्तर मिले । जैसे कि प्राकृतिक विपत्तियों के
| |
| − |
| |
| − | निवारण हेतु, मानवजीवन को सुरक्षित रखने हेतु, ग्लोबल
| |
| − |
| |
| − | वार्मिंग रूपी वैश्विक समस्या का उपाय आदि । पृथ्वी, जल,
| |
| − |
| |
| − | तेज, वायु व आकाश ये पंचमहाभूत पर्यावरण के घटक हैं ।
| |
| − |
| |
| − | एक मात्र यह सही उत्तर श्री अन्नपूर्णा बहन का था । अन्यों
| |
| − |
| |
| − | ............. page-144 .............
| |
| − |
| |
| − | भारतीय शिक्षा के व्यावहारिक आयाम
| |
| − |
| |
| − | को तो घटक शब्द का अर्थ ही समझ में... में ही किया जाता है । जब से यन्त्र आधारित कारखाने शुरू
| |
| − |
| |
| − | नहीं आया । हुए और रसायनों का बहुलता से प्रयोग शुरु हुआ तबसे
| |
| − |
| |
| − | प्रश्न ४ में दी हुई अनेक बातों में अपनी व्यक्तिगत... पर्यावरण के प्रदूषण की समस्या शुरू हुई । तबसे विद्यालयों
| |
| − |
| |
| − | टिप्पणी लिखें यह अपेक्षा थीं । इसके उत्तर में यज्ञ करना... में पर्यावरण का विषय अध्ययन के क्रम में प्रविष्ट हुआ ।
| |
| − |
| |
| − | चाहिए, कीटें से रक्षा के उपाय प्राकृतिक हों, रासायनिक नहीं,
| |
| − |
| |
| − | ऐसे उत्तर मिले । प्राकृतिक साधनों का उपयोग करना और
| |
| − |
| |
| − | कृत्रिम साधनों को त्यागना, इस प्रश्न का भी समाधान कारक
| |
| − |
| |
| − | उत्तर नहीं मिला । हाँ, विद्यालय में कूलर, फ्रीज, ऐ.सी. आदि
| |
| − |
| |
| − | उपकरणों का विरोध अवश्य किया ।
| |
| − |
| |
| − | अभिमत : पंचमहाभूतों से यह सृष्टि बनी हैं । प्रत्येक
| |
| − |
| |
| − | महाभूत सृष्टि का सन्तुलन एवं स्वच्छता बनाये रखने का
| |
| − |
| |
| − | कार्य करता है । अतः इनकी सुरक्षा करना सही अर्थ में
| |
| − |
| |
| − | पर्यावरण की सुरक्षा है । परन्तु मनुष्य अपनी इच्छाओं की
| |
| − |
| |
| − | पूर्ति हेतु अपनी विकृत बुद्धि से उनका नाश कर रहा है , उन्हें
| |
| − |
| |
| − | प्रदूषित कर रहा है ।
| |
| − |
| |
| − | विद्यालय भवन निर्माण में लकड़ी, बाँस, मिट्टी, चूना
| |
| − |
| |
| − | आदि प्राकृतिक सामग्री का उपयोग करना चाहिए । प्लास्टिक,
| |
| − |
| |
| − | लोहा आदि से निर्मित उपस्कर काममें नहीं लेने चाहिए । आज
| |
| − |
| |
| − | के छात्रों के पास, कम्पास, पैन, स्केल, कवर पेपर, बेग आदि
| |
| − |
| |
| − | सभी वस्तुएँ प्लास्टिक की होती है, इन्हें वर्जित करना ।
| |
| − |
| |
| − | प्राथमिक कक्षाओं में अनिवार्य रूप से पत्थर की स्लेट का
| |
| − |
| |
| − | उपयोग करना । विद्यालय प्रांगण में वृक्ष लगाना । दैनन्दिन
| |
| − |
| |
| − | अगिहोत्र करने से पर्यावरण की शुद्धि होगी । स्वच्छता हेतु भी पर्यावरण सम्बन्धित व्यावहारिक विचार
| |
| − |
| |
| − | पर्यावरण विचार के कुछ मुद्दे
| |
| − |
| |
| − | प्रदूषण का विषय आता है तब तीन बातों का उल्लेख
| |
| − |
| |
| − | होता है, हवा, पानी और भूमि का प्रदूषण ।
| |
| − |
| |
| − | प्रदूषण की समस्या का विचार करते समय मूल बातों से
| |
| − |
| |
| − | प्रारम्भ करना आवश्यक है । पर्यावरण की भारतीय संकल्पना
| |
| − |
| |
| − | क्या है इसका भी विचार करना चाहिये । उसके सन्दर्भ में ही
| |
| − |
| |
| − | प्रदूषण की समस्या और उसके निराकरण का और उसके सन्दर्भ
| |
| − |
| |
| − | में ही विद्यालय में पर्यावरण विचार करना चाहिये ।
| |
| − |
| |
| − | कुछ मुद्दे इस प्रकार हैं
| |
| − |
| |
| − | १... भारतीय संकल्पना के अनुसार पर्यावरण के आठ अंग
| |
| − |
| |
| − | हैं । ये हैं मन, बुद्धि, अहंकार, आकाश, वायु, अग्ि,
| |
| − |
| |
| − | जल और पृथ्वी । इन सबका प्रदूषण होता है ।
| |
| − |
| |
| − | २... यह प्रदूषण केवल शरीर पर असर करके नहीं रुकता है,
| |
| − |
| |
| − | वह मानसिक स्वास्थ्य पर भी असर करता है और बुद्धि
| |
| − |
| |
| − | को विकृत बनाता है ।
| |
| | | | |
| | ३... अतः केवल भौतिक नहीं अपितु सांस्कृतिक प्रदूषण के | | ३... अतः केवल भौतिक नहीं अपितु सांस्कृतिक प्रदूषण के |