Difference between revisions of "पुनरुत्थान कक्षा १"
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'''टिप्पण- कम आयु / छोटी उम्र के बालकों को शिथिलीकरण न कराएं।''' | '''टिप्पण- कम आयु / छोटी उम्र के बालकों को शिथिलीकरण न कराएं।''' | ||
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+ | * विविध प्रकार की ध्वनियों को सुनना। (पवन, जल, विभिन्न वस्तुओं की, प्राणि-पक्षियों की) | ||
+ | * समान ध्वनि वाले शब्द, बालगीत, मंत्र, श्लोक, स्तुति, स्तोत्र, सुनाना। | ||
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+ | ===== 2. कथन : (बोलना और गाना) ===== | ||
+ | * विविध प्रकार की ध्वनि निकालना। (अभिनय सहित) | ||
+ | * मूलाक्षरों का शुद्ध उच्चारण करना। | ||
+ | * मूलाक्षरों से बने सरल शब्द, वाक्य बोलना। | ||
+ | * अनुप्रासात्मक, अनुसरणनात्मक शब्द बोलना। (उदा.) | ||
+ | * चित्र वर्णन करना, कहानी कथन, स्व- परिचय देना। | ||
+ | * किसी विषय पर वाक्य बोलना (उदा. - मेला, गाय, मोर, नदी, तालाब, घर की जानकारी) | ||
+ | * समध्वनि शब्द , बालगीत, मंत्र, श्लोक शुद्ध उच्चारण के साथ गाना। | ||
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+ | ===== 3. वाचन : (जोर से पढ़ना, समझना) ===== | ||
+ | * मूलाक्षर, सरल शब्द, सरल वाक्यों का वाचन। | ||
+ | * समध्वनि शब्द,बालगीत पढ़ना। | ||
+ | * अनुवाचन करना। | ||
+ | * बड़े अक्षरों में लिखी हुई तख्तियाँ पढ़ना, दुकानों का नाम पढ़ना। | ||
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+ | ===== 4. लेखन : ===== | ||
+ | * विविध प्रकार के आकार बनावाना। | ||
+ | * विविध प्रकार के मोड़ वाली आकृतियाँ बनवाना। | ||
==References== | ==References== |
Revision as of 09:59, 16 January 2020
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विषय उद्योग
A.
1. रेखा बनाना :
- खड़ी-आड़ी, तिरछी, बिन्दु जोड़कर रेखा बनाएँ। (स्लेट और पुतिका में)।
- हाथ से, मापिका से, काल्पनिक रेखाएँ स्लेट या पुस्तिका में बनाना।
- गोलाकार, अर्धगोलाकार बनाना। ज्यामितित आकार (गोल, वर्ग, त्रिकोण, आयत) बनाकर रंग भरना।
2. काटना:
- हाथ से, कैची से, मापिका से, धागे से कागज की पट्टियाँ काटना, तोरण बनाना।।
- अकित रेखाओं के अनुसार काटना, कल्पना से काटना, झंडी बनाना।
- फल तथा सब्जियाँ काटना। (केला, गाज, लौकी आदि)
3. घड़ी काम :
- कागज मोड़ कर नाँव, झोपड़ी, कप-प्लेट बनाना।
- रूमाल की, आसन की घड़ी करना, समाचार-पत्र की रददी एक के ऊपर एक रखकर गड्डियाँ बनाना।
4. चिपकाना :
- बड़े पृष्ठ पर छोटा चित्र चिपकाएँ।
- समान ध्वनि वाले शब्दों की पुस्तिकाएँ में चित्र चिपकाएँ।
- कागज की पट्टियों को चिपकाकर तोरण बनाना।।
5. माटी काम:
- मिट्टी कूटना, छानना, भिगोना, गूंथना।
- मिट्टी से भिन्न-भिन्न आकार बनाना, मोती बनाना, खिलौने बनाना ईट बनाना।
6. प्रवृत्ति : (पिरोना, सिलाई करना, टाँकना, गूंथना आदि)।
- भगवान के लिए फूल की, मोतियों की माला बनाना।
- अंकित रेखा पर टाँका लगाना। (कपडे पर अथवा जट के थैले पर रेखाएँ अकित कर देना)
- कपास के फूल में से कपास अलग करना, कपास में से बीज निकालना धुनकना।
- धागे को गाँठ लगाना।
- सुई में धागा पिरोना।
7. प्रवृत्ति : ( छीलना, मसलना, बुनना, मथना, हिलाना, निचोड़ना आदि)
- आटा मसलना, गूंथना।
- धनिया, मेथी बीनना/तोड़ना।
- मूंगफली, मटर छीलना।
- छाछ मथना।
- नींबू निचोड़ना।
8. कृषि :
- जमीन नरम बनाना।
- निंदाई-गुढ़ाई करना।
- पौधों को पानी देना।
- क्यारे की सफाई करना।
पौधे रोपना। पत्ते या फूल बीनना।
B.
1. श्वसन:
- दीर्घ श्वसन, भ्रामरी प्राणायाम - मुँह से श्वास लेना, बन्द करना।
- पूरा श्वास निकालना, श्वास भरना - श्वसन प्रक्रिया ठीक करना।
2. शुद्धिक्रिया :
- हाथ-पैर धोना और पोंछना।
- दन्त धावन करना, कुल्ला करना, आँखे साफ करना।
3. आचार, जप और कीर्तन :
- भोग लगाना, नमस्कार अथवा प्रणाम करना।
- चंदन घिसना और लेप तैयार करना।
- ताली बजाकर कीर्तन करना।
- ॐ कार का उच्चारण, मंत्र के साथ जपमाला फेरना।
- सरस्वती स्तोत्र।
4. आसन :
- वज्रासन, ताड़ासन, ध्रुवासन, पद्मासन।
5. ध्यान :
- स्थिर, शांत, आँखें बंद करके बैठना।
6. मुद्रा:
- ज्ञानमुद्रा, पुस्तकमुद्रा, नमस्कार मुद्रा
7. विद्यालय सेवा:
- कक्ष की सफाई, परिसर की स्वच्छता मैदान की सफाई।
8. वृक्ष सेवा:
- क्यारियाँ साफ करना, वृक्षों को पानी देना।
9. छात्र सेवा:
- पानी देना।
- विद्यार्थियों को मिठाई अथवा पुस्तकें देना।
10. सदाचार :
- पंक्तिबद्ध रहना।
- सीधे (दाएँ) हाथ से भोजन करना, जूठन नहीं छोड़ना।
- पानी नहीं लुड़काना। .
- कार्य-पुस्तिका में से पृष्ठ नहीं फाड़ना।
11. विशेष प्रवृत्ति
- प्रभात फेरी।
टिप्पण- कम आयु / छोटी उम्र के बालकों को शिथिलीकरण न कराएं।
C.
1. श्रवण : (सुनना और समझना)
- विविध प्रकार की ध्वनियों को सुनना। (पवन, जल, विभिन्न वस्तुओं की, प्राणि-पक्षियों की)
- समान ध्वनि वाले शब्द, बालगीत, मंत्र, श्लोक, स्तुति, स्तोत्र, सुनाना।
2. कथन : (बोलना और गाना)
- विविध प्रकार की ध्वनि निकालना। (अभिनय सहित)
- मूलाक्षरों का शुद्ध उच्चारण करना।
- मूलाक्षरों से बने सरल शब्द, वाक्य बोलना।
- अनुप्रासात्मक, अनुसरणनात्मक शब्द बोलना। (उदा.)
- चित्र वर्णन करना, कहानी कथन, स्व- परिचय देना।
- किसी विषय पर वाक्य बोलना (उदा. - मेला, गाय, मोर, नदी, तालाब, घर की जानकारी)
- समध्वनि शब्द , बालगीत, मंत्र, श्लोक शुद्ध उच्चारण के साथ गाना।
3. वाचन : (जोर से पढ़ना, समझना)
- मूलाक्षर, सरल शब्द, सरल वाक्यों का वाचन।
- समध्वनि शब्द,बालगीत पढ़ना।
- अनुवाचन करना।
- बड़े अक्षरों में लिखी हुई तख्तियाँ पढ़ना, दुकानों का नाम पढ़ना।
4. लेखन :
- विविध प्रकार के आकार बनावाना।
- विविध प्रकार के मोड़ वाली आकृतियाँ बनवाना।
References
भारतीय शिक्षा : पुनरुत्थान कक्षानुसार पाठ्यक्रम - कक्षा १, प्रकाशक: पुनरुत्थान प्रकाशन सेवा ट्रस्ट, लेखन एवं संपादन: श्रीमती इंदुमती काटदरे