Changes

Jump to navigation Jump to search
सुधार जारि
Line 8: Line 8:     
==ब्रह्मसूत्र के रचयिता==
 
==ब्रह्मसूत्र के रचयिता==
 +
भगवान बादरायण जी ने ज्ञानकाण्डात्मक उपनिषद् भाग के अर्थ-विस्तार के लिए तथा वेद विरुद्ध-मतों के निराकरण के लिए सूत्रात्मक ग्रंथ रचा। इस ग्रंथ के चार अध्याय होते हैं –
 +
 +
'''बादरायण'''
    
==प्रस्थानत्रयी==
 
==प्रस्थानत्रयी==
924

edits

Navigation menu