सृष्टि में कई बातें ऐसी हैं जिन्हें हम केवल हमारे ज्ञानेंद्रियो से जान नहीं सकते। जिन बातों को हम प्रत्यक्ष इंद्रियों से अनुभव नहीं कर सकते उन के लिये अनुमान प्रमाण भी उतना ही प्रामाणिक माना जाता है जितना प्रत्यक्ष प्रमाण। किंतु शर्त यह होती है कि यह अनुमान वर्तमान में इंद्रियों द्वारा अनुभव की हुई बातों के आधार पर किये गए हों। | सृष्टि में कई बातें ऐसी हैं जिन्हें हम केवल हमारे ज्ञानेंद्रियो से जान नहीं सकते। जिन बातों को हम प्रत्यक्ष इंद्रियों से अनुभव नहीं कर सकते उन के लिये अनुमान प्रमाण भी उतना ही प्रामाणिक माना जाता है जितना प्रत्यक्ष प्रमाण। किंतु शर्त यह होती है कि यह अनुमान वर्तमान में इंद्रियों द्वारा अनुभव की हुई बातों के आधार पर किये गए हों। |